सोनिया गाँधी ममता से नहीं मांगेंगी भीख – अधीर रंजन चौधरी
नई दिल्ली
एक तरफ INDIA ब्लॉक में सीटों के बंटवारे को लेकर बैठकें हो रही हैं तो दूसरी तरफ नेता आपस में ही एक दूसरे पर हमलावर भी हैं. आज होने वाली INDIA ब्लॉक के नेताओं की बैठक, जिसमें टीएमसी शामिल नहीं हो रही है, से पहले कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने ममता बनर्जी पर तीखा हमला किया है. अधीर रंजन चौधरी ने ममता बनर्जी को बेईमान और अहंकारी तक कह दिया.
ममता बनर्जी पर किया तीखा हमला
पश्चिम बंगाल में मीडिया से बात करते हुए अधीर रंजन चौधरी ने कहा, 'ये महिला (ममता बनर्जी) राजीव गांधी और सोनिया गांधी के नेतृत्व में नेता बनीं. वह (ममता) महिला कितनी बेईमान है, कितनी अहंकारी हैं कि जिन लोगों ने उसे राजनीति में खड़ा किया, वे उन लोगों को अहंकार दिखाती हैं. '
अधीर रंजन चौधरी यहीं नहीं रूके, उन्होने आगे कहा, 'सोनिया गांधी आपसे भीख नहीं मांगेंगी. आपका अहंकार एक दिन टूट जाएगा. आप मोदी को धोखा नहीं देना चाहती हैं इसलिए आप सीट शेयरिंग पर समझौता नहीं चाहती. BJP हिन्दुत्व की राजनीति करेगी और आप हिन्दुत्व रोकने की. आपकी सांठगांठ हो चुकी है. मोदी अयोध्या का कीर्तन गा रहे हैं और ममता गंगासागर का कीर्तन. क्या अयोध्या और गंगासागर पहले नहीं थे?'
इस दौरान उन्होंने तृणमूल कांग्रेस और बीजेपी पर मिलीभगत करने का आरोप लगाया. उन्होंने पीएम मोदी पर भी हमला किया और कहा कि क्या पीएम मोदी ने हिंदू वोटों का ठेका ले रखा है?
ममता को लेकर पहले भी कह चुके हैं ये बात
यह पहली बार नहीं है जब अधीर रंजन चौधरी ने ममता बनर्जी पर हमला किया है. कुछ दिन पहले ही उन्होंने कहा था, 'पता नहीं किसने ममता से भीख मांगी है. हमने तो कोई भीख नहीं मांगी. ममता खुद ही कह रही हैं कि वो गठबंधन चाहती हैं. हमें ममता की दया की कोई जरूरत नहीं है. हम अपने दम पर चुनाव लड़ सकते हैं. दरअसल ममता गठबंधन ही नहीं चाहती हैं. उन्होंने तंज कसा और कहा, ममता तो मोदी की सेवा में लगी हुई हैं.'
आज ही है INDIA ब्लॉक की बैठक
आपको बता दें कि आज ही विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस' (INDIA) के घटक दलों की आज एक अहम बैठक हो रही है. इसमें गठबंधन को मजबूत करने, सीट बंटवारे पर रणनीति बनाने और इस गठजोड़ का संयोजक नियुक्त करने को लेकर चर्चा की जाएगी. लेकिन इस बैठक में टीएमसी शामिल नहीं हो रही है. टीएमसी ने क पार्टी को शुक्रवार शाम को इस बैठक के बारे में सूचित किया गया था और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री के पहले से ही कुछ निर्धारित कार्यक्रम हैं जिसके कारण वह इसमें शामिल नहीं हो सकती हैं.