महाराष्ट्र में बड़ी जीत की ओर भाजपा, अब 25 नवंबर को महाराष्ट्र विधायक दल की बैठक बुलाएगी
महाराष्ट्र
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए जारी मतगणना में भाजपा नीत महायुति गठबंधन बड़ी जीत हासिल करता नजर आ रहा है। भाजपा-शिवसेना-राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) का महायुति गठबंधन महाराष्ट्र की 288 सीट में से 218 पर आगे है। यह सत्तारूढ़ गठबंधन के पक्ष में एक बड़ी लहर का संकेत है। कांग्रेस, राकांपा-शरदचंद्र पवार और शिवसेना-उद्धव बालासाहेब ठाकरे का महा विकास आघाडी (MVA) गठबंधन को मात्र 50 सीटों पर बढ़त हासिल है। इस बीच, सूत्रों ने बताया कि भारतीय जनता पार्टी 25 नवंबर को महाराष्ट्र विधायक दल की बैठक बुलाएगी। 26 तारीख को शपथ ग्रहण समारोह आयोजित करने की संभावना है। इसके बीच महायुति गठबंधन की एक और बड़ी बैठक भी हो सकती है, जहां मुख्यमंत्री पद से लेकर तमाम मंत्रालयों के बारे में विस्तार से चर्चा होगी।
राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण पश्चिमी राज्य महाराष्ट्र लोकसभा में 48 सांसद भेजता है। संसदीय चुनाव में एमवीए ने निर्णायक 30 सीटों पर विजय हासिल की, लेकिन इस बार रुख बदला नजर आया है। भाजपा 125 सीट पर आगे है। शिवसेना 56 और राकांपा 35 सीट पर आगे है। कांग्रेस सिर्फ 21, शिवसेना (UBT) 17 और एनसीपी (SP) 13 सीट पर आगे है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, अजित पवार अपने-अपने विधानसभा क्षेत्रों में आगे हैं। कांग्रेस की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष नाना पटोले साकोली निर्वाचन क्षेत्र से मामूली अंतर से आगे हैं। शिवसेना (यूबीटी) नेता और मौजूदा विधायक आदित्य ठाकरे वर्ली विधानसभा सीट पर टक्कर का सामना कर रहे हैं।
किस पार्टी ने कितनी सीटों पर लड़ा चुनाव
कांग्रेस के विधायक दल के नेता और पूर्व मंत्री बालासाहेब थोराट संगमनेर में पीछे हैं। वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण कराड दक्षिण विधानसभा सीट पर पीछे हैं। महायुति गठबंधन में भारतीय जनता पार्टी ने 149 विधानसभा सीट पर, शिवसेना ने 81 सीट पर और अजित पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने 59 निर्वाचन क्षेत्रों में उम्मीदवार उतारे थे। विपक्ष के एमवीए गठबंधन में कांग्रेस ने 101 उम्मीदवार, शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) ने 95 और एनसीपी (शरदचंद्र पवार) ने 86 उम्मीदवार खड़े किए। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) और ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल-मुस्लिमीन (AIMIM) जैसे दलों ने भी चुनाव लड़ा, जिसमें बसपा ने 237 उम्मीदवार और एआईएमआईएम ने 17 उम्मीदवार खड़े किए। वर्तमान राज्य विधानसभा का कार्यकाल 26 नवंबर को समाप्त हो रहा है।