राजनीति

अनुराग ठाकुर ने आरोप लगाया कि आप पार्टी ने रिपोर्ट को विधानसभा में पेश नहीं किया क्योंकि इसमें उनकी गलतियाँ सामने आई

नई दिल्ली
भाजपा ने शनिवार को आरोप लगाया कि दिल्ली सरकार की आबकारी नीति के कारण सरकारी खजाने को 2,026 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। भाजपा नेता अनुराग ठाकुर ने दावा किया कि यह नुकसान नियंत्रक और महालेखापरीक्षक (कैग) की एक रिपोर्ट में सामने आया है। ठाकुर ने कहा कि इस रिपोर्ट के अनुसार, आम आदमी पार्टी (आप) सरकार ने जानबूझकर कुछ गलतियाँ कीं, जिसके कारण भारी वित्तीय नुकसान हुआ। भाजपा नेताओं का कहना है कि पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उनके उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को इस घोटाले के सवालों का जवाब देना होगा।

कैग रिपोर्ट ने खोला घोटाले का राज
ठाकुर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, "कैग की रिपोर्ट ने सरकार की नीतियों में की गई जानबूझकर चूक को उजागर किया है, जिससे राज्य को भारी वित्तीय नुकसान हुआ।" उनका कहना था कि रिपोर्ट में 10 प्रमुख निष्कर्ष थे, जो आबकारी नीति में पारदर्शिता की कमी, बोली लगाने में अनियमितताएँ, और उल्लंघनों को नजरअंदाज करने का खुलासा करते हैं। भा.ज.पा. ने आरोप लगाया कि आम आदमी पार्टी ने इस रिपोर्ट को विधानसभा में पेश नहीं किया क्योंकि इसमें उनकी गलतियाँ सामने आई हैं। ठाकुर ने कहा, "यह रिपोर्ट सीधा सवाल करती है कि इस पैसे को किसने अपनी जेब में डाला।" उन्होनें आगे कहा कि आम आदमी पार्टी "झाड़ू से दारु पर आ गई है।"

केजरीवाल और सिसोदिया पर लगे गंभीर आरोप
भा.ज.पा. ने यह भी आरोप लगाया कि केजरीवाल और सिसोदिया को आबकारी नीति के कथित भ्रष्टाचार में शामिल होने के कारण पहले ही गिरफ्तार किया गया था। हालांकि, दोनों को कुछ महीने जेल में बिताने के बाद जमानत मिल गई थी। भाजपा ने इन दोनों नेताओं को घोटाले का प्रमुख जिम्मेदार ठहराया है।

आप ने जताया विरोध
इस आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा, "रिपोर्ट कहां है? भाजपा बार-बार दावा करती है कि कैग की कोई रिपोर्ट पेश नहीं की गई है।" उन्होंने भाजपा के आरोपों को खारिज करते हुए दावा किया कि यह सिर्फ राजनीतिक ड्रामा है।

भा.ज.पा. अध्यक्ष जे पी नड्डा की टिप्पणी
भा.ज.पा. अध्यक्ष जे पी नड्डा ने भी इस मुद्दे पर बयान दिया, और कहा कि आप सरकार के "लूट के मॉडल" ने सरकारी खजाने को नुकसान पहुँचाया है। उन्होंने कहा कि शराब घोटाले की रिपोर्ट ने यह साबित किया कि दिल्ली में सत्ता का दुरुपयोग हुआ है।

मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर उठे सवाल
भा.ज.पा. ने यह भी सवाल किया कि यदि आप सरकार सत्ता में लौटती है, तो उसका मुख्यमंत्री पद का चेहरा कौन होगा, क्योंकि पार्टी में अब कोई "ईमानदार चेहरा" नहीं बचा है। भाजपा नेताओं ने यह आरोप भी लगाया कि केजरीवाल और सिसोदिया की कथित गिरफ्तारी की शर्तें उन्हें मुख्यमंत्री बनने के लिए अयोग्य बना देती हैं।

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