दक्षिण भारत के कुछ राज्यों में बारिश हो रही है, जबकि पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी हो रही है, उत्तर भारत में ठिठुरन का सामना
नई दिल्ली
लंबे इंतजार के बाद, उत्तर भारत में सर्दी का मौसम आखिरकार दस्तक दे चुका है। दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और बिहार जैसे राज्यों में गुरुवार को तापमान में गिरावट देखने को मिली। दक्षिण भारत के कुछ राज्यों में बारिश हो रही है, जबकि पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी हो रही है। मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, 15 नवंबर के बाद उत्तर भारत में न्यूनतम तापमान में और गिरावट आ सकती है और कई राज्यों में कोहरे का प्रभाव देखने को मिल सकता है।
दिल्ली और एनसीआर में धुंध और प्रदूषण के कारण गुरुवार को विमान सेवाएं प्रभावित रहीं। दिल्ली एयरपोर्ट पर 300 से ज्यादा उड़ानों में देरी हुई, जबकि कई ट्रेनें भी लेट हुईं। IMD के मुताबिक, इस साल कड़ाके की सर्दी के आसार हैं, खासकर हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और जम्मू-कश्मीर में। ठंड का सीधा संबंध ला-नीना से है, जो इस बार देश के उत्तर, उत्तर-पश्चिम और दिल्ली-एनसीआर सहित मध्य क्षेत्र में ठंड को बढ़ावा देगा।
हालांकि, विशेषज्ञों का मानना है कि ला-नीना का प्रभाव जल्द खत्म होगा और आने वाले दिनों में सर्दी में कुछ राहत मिल सकती है। उत्तर भारत के कई शहरों में गुरुवार की सुबह घना कोहरा छाया रहा, जिससे दिन और रात के तापमान में भारी अंतर महसूस हो रहा है।
प्रदूषण का भी असर:
दिल्ली सरकार ने वायु गुणवत्ता में गिरावट को देखते हुए ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) के तहत "ग्रेड-3" लागू करने का फैसला लिया है। इसके तहत, डीजल से चलने वाले बीएस-3 वाहनों पर रोक लगाई जाएगी और निर्माण, तोड़फोड़ और खनन गतिविधियों पर प्रतिबंध रहेगा।
चंडीगढ़ में AQI 500 के पार:
गुरुवार को चंडीगढ़ में वायु प्रदूषण का स्तर 500 के पार चला गया, जो कई वर्षों में पहली बार हुआ है। प्रदूषण का स्तर "खतरनाक" श्रेणी में है, और इस सीजन में चंडीगढ़ की वायु गुणवत्ता गंभीर रूप से खराब बनी हुई है।
आने वाले दिनों में मौसम:
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, 6 दिसंबर से सर्दी में तेजी से बढ़ोतरी हो सकती है। 16 दिसंबर के आसपास सूर्य की स्थिति बदलने से ठंड बढ़ेगी और 23 दिसंबर के बाद मंगल की स्थिति में बदलाव के कारण सर्दी में और वृद्धि हो सकती है।