स्ट्रोक के 5 संकेतों का ध्यान रखें और रोकथाम के लिए 5 टिप्स अपनाएं
स्ट्रोक भारत में मृत्यु और विकलांगता के प्रमुख कारणों में से एक है। सालाना 1.8 मिलियन से अधिक लोग स्ट्रोक से प्रभावित होते है। भारत में स्ट्रोक के मामलों में वृद्धि दर बढ़ती ही जा रही है, विशेषकर बढ़ती उम्र के व्यक्तियों में।
यह एक ऐसी स्थिति है, जिसमें रक्त के थक्के या रक्तस्राव के कारण मस्तिष्क को रक्त की आपूर्ति बाधित हो जाती है। जिसके परिणामस्वरूप मस्तिष्क में क्षति होती है। स्ट्रोक मुख्य रूप से दो प्रकार के होते हैं, इस्केमिक स्ट्रोक और हेमोरेजिक स्ट्रोक।
स्ट्रोक के दो प्रकार
इस्केमिक स्ट्रोक दिमाग में ब्लड पहुंचाने वाली किसी धमनी में ब्लॉकेज होने की वजह से होता है, जबकि हेमोरेजिक स्ट्रोक में ब्रेन की किसी स्थान पर रक्तस्राव होता है।स्ट्रोक के घातक प्रभाव के कारण व्यक्ति की शारीरिक क्षमता और मानसिक स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ता है। यह विकलांगता या मृत्यु का कारण बन सकता है।
स्ट्रोक के लक्षण
स्ट्रोक के अटैक के पहले मरीज में कुछ लक्षण दिखने लगते है, जिन पर ध्यान देना जरूरी है। किसी की जान बचाने की दिशा में पहला कदम स्ट्रोक के लक्षणों और लक्षणों की पहचान करना है।
कमजोरी
एक से दोनों हाथ या पैरों में कमजोरी का अनुभव हो सकता है।मरीज का एक हाथ सुन्न महसूस हो सकता है या उनका एक हाथ दूसरे हाथ से कमजोर महसूस हो सकता है। कुछ लोगों में हाथों को ऊपर उठाते समय दिक्कत महसूस हो सकता है।
भाषा संबंधी समस्याएं
स्ट्रोक से पीड़ित व्यक्ति भ्रमित हो सकता है, अस्पष्ट शब्द बोल सकता है ।व्यक्ति को अपनी भाषा को सही से बोलने या समझने में कठिनाई हो सकती है। इस तरह की भाषा संबंधित समस्या महसूस होने पर तुरंत चिकित्सक से मिलना चाहिए ताकि सही समय पर सही उपचार किया जा सके।
चलने में परेशानी होना
स्ट्रोक के कारण, मस्तिष्क के एक भाग को पूर्णता से या आंशिक रूप से प्रभावित हो सकता है, जिससे व्यक्ति का संतुलन और समन्वय प्रभावित हो सकता है। इसके परिणामस्वरूप, व्यक्ति में चलने में असमर्थ और असंतुलन हो सकता है।
सिरदर्द
असामान्य और तेज सिर दर्द होना स्ट्रोक का प्रमुख संकेत हो सकता है। कई दिनों तक लगातार सिर में दर्द होने को अनदेखा नहीं करना चाहिए। यह दर्द किसी न किसी कारण से ही होता है। मरीज को सिर दर्द के साथ अन्य लक्षण भी महसूस हो सकते हैं, जैसे कि सिरदर्द के साथ उल्टी, चक्कर आना और चेतना की कमी महसूस होना आदि।
दृष्टि संबंधी समस्याएं
दृष्टि में कमी या ब्लरिंग का अहसास हो सकता है।स्ट्रोक के कारण मस्तिष्क को रक्त पहुंचाने में बाधा होती है, जिससे दृष्टि संबंधित समस्या भी हो सकती है। इसके लक्षणों में व्यक्ति को अचानक से एक या दोनों आंखों में धुंधला या काला दिखाई दे सकता है।