कांग्रेस की न्याय यात्रा को मणिपुर में मिली सशर्त अनुमति, कांग्रेस ने सरकार के फैसले को बताया दुर्भाग्यपूर्ण
मणिपुर
लोकसभा चुनाव 2024 से पहले राहुल गांधी एक बार फिर भारत जोड़ों यात्रा निकाल रहे हैं। हालांकि इस बार यात्रा का नाम और जगह दोनों अलग है। कांग्रेस की बहुप्रतीक्षित 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' को बुधवार (10 जनवरी) को बड़ा झटका लगा है। इस यात्रा की शुरुआत मणिपुर में एक मैदान से होनी थी, लेकिन मणिपुर सरकार ने इसकी अनुमति देने से इनकार कर दिया है। सरकार के इस फैसले को कांग्रेस ने दुर्भाग्यपूर्ण बताया है।
सरकार ने नहीं दी अनुमति
यात्रा की अनुमति को लेकर आज मणिपुर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह से उनके आवास पर मुलाकात की थी। बैठक के बाद MPCC अध्यक्ष मेघचंद्र ने मीडियाकर्मियों को बताया कि मुख्यमंत्री ने कथित तौर पर राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति का हवाला देते हुए अनुमति देने से इनकार कर दिया। मेघचंद्र ने कहा कि यात्रा अब खोंगजोम युद्ध स्मारक परिसर के पास एक निजी स्थल से शुरू होगी। मेघचंद्र ने राज्य सरकार के फैसले को दुर्भाग्यपूर्ण और लोगों के अधिकारों का उल्लंघन बताया। हालांकि राज्य सरकार की ओर से कोई टिप्पणी उपलब्ध नहीं है।
इंफाल के प्रसिद्ध मैदान हफ्ता कांगजीबुंग से शुरू होनी थी यात्रा
बता दें कि कांग्रेस यात्रा को मणिपुर जिले के प्रसिद्ध मैदान हफ्ता कांगजीबुंग से शुरू करने वाली थी। राज्य सरकार के फैसले को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए मेघचंद्र ने कहा, "यह लोगों को राजनीतिक अधिकारों का उल्लंघन है। भले ही सरकार सार्वजनिक स्थल पर यात्रा की अनुमति न दे, लेकिन हम एक वैकल्पिक निजी स्थान की व्यवस्था करेंगे। यह एक गैर-राजनीतिक यात्रा है, जो महिलाओं, किसानों और गरीबों के लिए हैं।"