डीजीपी ने दिए बैरियर व सीसीटीवी की निगरानी बढ़ाने के निर्देश
देहरादून.
अल्मोड़ा जिले में ओवरलोड के कारण बस हादसा व देहरादून में ओवरस्पीड इनोवा कार हादसे को देखते हुए पुलिस महानिदेशक अभिनव कुमार ने बैरियर चेकिंग व सीसीटीवी कैमरे की निगरानी बढ़ाने के निर्देश जारी किए हैं। इस संबंध में सभी जिलों के एसएसपी व एसपी को पत्र भेजा है। उन्होंने कहा कि विगत वर्षों के सापेक्ष सड़क दुर्घटनाओं का मुख्य कारण शराब पीकर नशे में वाहन चलाना, वाहन चालकों की ओर से अन्य वाहनों से प्रतिस्पर्धा करना, वाहन चालकों की ओर से मोबाइल का इस्तेमाल करते हुए वाहन चलाना है।
पुलिस की सक्रियता से दुर्घटनाओं पर पाया जा सकता है नियंत्रण
डीजीपी ने कहा कि इन दुर्घटनाओं पर पुलिस की सक्रियता से नियंत्रण पाया जा सकता है। ऐसे में पुलिस की ओर से समय-समय पर बैरियर चेकिंग, सीसीटीवी कैमरे की निगरानी की कार्रवाई की जाए। इसके अलावा देर रात तक चलने वाले बार व पब के लाइसेंस चेक कर उनके विरुद्ध कार्रवाई करें, सार्वजनिक स्थान पर शराब पीने व पिलाने वालों के विरुद्ध कार्रवाई करें, पर्याप्त संख्या में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएं तथा उनका रखरखाव भी नियमित रूप से किया जाए। निर्देशित किया कि पुलिस कंट्रोल रूम पर सीसीटीवी कैमरे से नियमित मॉनिटरिंग की जाए व सड़क पर पर्याप्त साइन बोर्ड एव उचित निगरानी की जाए।
सड़क हादसे रोकने के लिए जांच में लाएं तेजी
डीजीपी ने कहा कि नशे में वाहन चलाने वाले वाहन चालकों की जांच के लिए चेक पोस्ट व बैरियरों पर एवं यातायात पुलिस को पर्याप्त एल्कोमीटर उपलब्ध कराए जाएं। चालक नशे में पाया जाता है तो वाहन तत्काल सीज किया जाए। स्पीडोमीटर व रडार गन की मदद से ओवर स्पीड वाले वाहन चालकों के विरुद्ध कार्रवाई की, सवारी वाहन में क्षमता से अधिक सवारी पाए जाने व नाबालिग की ओर से वाहन चलाते हुए पाए जाने पर वाहन स्वामी के विरुद्ध तत्काल कार्रवाई करें।
होटल, पब व रेस्टोरेंट प्रबंधकों की भी फिक्स करें जिम्मेदारी
डीजीपी ने बार लाइसेंसधारक होटल, पब व रेस्टोरेंट प्रबंधक की जिम्मेदारी फिक्स करने के भी निर्देश दिए हैं। कहा कि नशे वाले व्यक्ति को प्रस्थान करने पर वाहन चलाने से रोकते हुए उसके स्वजन को सूचित कर उनके सुपुर्द किया जाएगा। स्वजनों से संपर्क न होने पर बार संचालक ऐसे व्यक्ति की सूचना पुलिस कंट्रोल रूम में देंगे। यदि कोई होटल, पब व रेस्टोरेंट प्रबंधक निर्देशों का पालन नहीं करता है तो उसके खिलाफ भी कार्रवाई की जाए।