मध्यप्रदेश

अब पांचवीं व आठवीं वार्षिक परीक्षा के 25 लाख विद्यार्थियों को डिजिटल प्रिटिंग अंकसूची प्रदान की जाएगी

भोपाल
अभी तक मप्र बोर्ड 10वीं व 12वीं परीक्षा की अंकसूची डिजिटल प्रिंटिंग होती थी।साथ ही उसपर हालमार्क भी रहता था। अब पांचवीं व आठवीं वार्षिक परीक्षा के 25 लाख विद्यार्थियों को डिजिटल प्रिटिंग अंकसूची प्रदान की जाएगी। साथ ही डुप्लीकेट अंकसूची से बचने के लिए अंकसूची पर हालमार्क भी लगा होगा। इससे विद्यार्थियों को परीक्षा परिणाम जारी होने के चार से पांच दिन बाद ही सुरक्षा मापदंडों के साथ अंकसूची प्रदान कर दी जाएगी।

स्कूल शिक्षा विभाग ने सत्र 2024-25 से पांचवीं व आठवीं बोर्ड परीक्षा की अंकसूची को डिजिटल प्रिंटिंग की पूरी तैयारी कर ली है। अभी तक राज्य शिक्षा केंद्र की ओर से अंकसूची जिलों के स्कूलों में भेजी जाती थी। इससे विद्यार्थियों को अंकसूची एक या दो साल की देरी से मिल रही थी।
 
यही कारण है कि स्कूल शिक्षा विभाग इस सत्र से अंकसूची डिजिटल प्रिंटिंग कर देगा, ताकि विद्यार्थियों को अंकसूची जल्द मिल सकेगा। बता दें, कि अभी तक राज्य शिक्षा केंद्र पिछले साल के 25 लाख विद्यार्थियों की अंकसूची तैयार नहीं कर पाया है। डा.संजय गोयल, सचिव, मप्र स्कूल शिक्षा विभाग ने बताया कि इस बार से पांचवीं व आठवीं बोर्ड परीक्षा की डिजिटल प्रिंटिंग और सुरक्षा मापदंडों सहित हालमार्क अंकसूची प्रदान की जाएगी। इससे विद्यार्थियों को अकसूची जल्द मिल जाएगी और इसका डूप्लीकेट अंकसूची की संभावना भी खत्म हो जाएगी।

जिलों के स्कूलों में अंकसूची का प्रोफार्मा भेजा जाता था
अभी तक राज्य शिक्षा केंद्र जिलों के स्कूलों में अंकसूची का प्रोफार्मा तैयार कर जिलों के स्कूलों में भेजता था।जिससे स्कूल में प्रोफार्मा पर अंक भरकर स्कूल प्राचार्य के हस्ताक्षर के बाद विद्यार्थियों को अंकसूची दी जाती थी।इससे कई जिलों में डुप्लीकेट अंकसूची का मामला भी सामने आया है।साथ ही अंकसूची एक-दो साल की देरी से मिलती थी।

अंकसूची पर हालमार्क रहेगा
पांचवीं व आठवीं क अंकसूची पर दो जगहों पर हालमार्क रहेगा। एक जहां पर कक्षा का नाम लिखा होगा और दूसरा जहां पर पूरी बाउंड्री बनी होगी। इससे डुप्लीकेट अंकसूची क संभावना पूरी तरह समाप्त हो जाएगी।

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