मध्यप्रदेश

आरपीएफ ट्रेनों और स्टेशन पर रख रहा है निगरानी, ट्रेन में ईंधन, तेल, पेंट, आतिशबाजी ले जाने पर बैन

भोपाल
दीपावली के साथ-साथ अन्य त्योहारों को लेकर रेलवे स्टेशन परिसर व ट्रेनों में बढ़ी यात्रियों की भीड़ को ध्यान में रखते हुए आरपीएफ व जीआरपी संयुक्त रूप से सतर्कता बरत रही है। स्टेशन परिसर में आने-जाने वाले व ट्रेनों में यात्रा कर रहे यात्रियों के सामान, टिकट, नाम-पता व आईडी प्रूफ की जांच की जा रही है।

इस दौरान स्टेशन पर ज्वलनशील वस्तुओं को लेकर प्रतिबंध लगाया गया है, उनमें ईंधन, तेल, पेंट, आतिशबाजी, विस्फोटक पदार्थ, ज्वलनशील तरल पदार्थ जैसे केरोसिन या रसायन, संपीड़ित गैस सिलेंडर और अन्य खतरनाक वस्तुएं शामिल हैं।

भोपाल रेल मंडल में रेलवे सुरक्षा बल द्वारा सख्त निगरानी की जा रही है। यह कदम यात्रियों की सुरक्षा और आगजनी की घटनाओं को रोकने के लिए किया गया है।

सीसीटीवी कैमरों से नजर रख रहे

रेल सुरक्षा बल द्वारा सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कई उपाय किए जा रहे हैं। यात्रियों के सामान की नियमित जांच की जा रही है। सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है।

प्रतिबंधित वस्तुओं का पता लगाने के लिए खोजी कुत्तों का भी उपयोग किया जा रहा है। इसके साथ ही यात्रियों को इन नियमों के बारे में जागरूक करने के लिए स्टेशन और ट्रेनों में घोषणाएं भी की जा रही हैं।

संदिग्ध गतिविधि की सूचना आरपीएफ का दें

    यात्री, यात्रा से पहले निषिद्ध वस्तुओं की सूची की जांच करें और यदि उनके पास कोई खतरनाक वस्तु है, तो उसकी घोषणा करें। सुरक्षा जांच में पूरा सहयोग करें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि या व्यक्ति की सूचना रेल सुरक्षा बल कर्मियों को दें। – सौरभ कटारिया, वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक

रेल यात्रियों की 12,858 शिकायतों का समाधान

भोपाल मंडल में वार रूम माध्यम से 24 घंटे यात्रियों की शिकायतों को सुना जा रहा है। साथ ही रेल मदद पोर्टल एप से उनका निराकरण भी किया जा रहा है। इसके अलावा शिकायतों का निपटारा आधे घंटे में किया जाता हैं, समाधान के बाद उनसे फीडबैक लिया जाता है, ताकि सेवाओं की गुणवत्ता को और बेहतर बनाया जा सके।

अभी तक 17 जून से अक्टूबर तक 12,858 शिकायतों को समाधान किया गया है। 24 को वार रूम की शुरुआत की गई, जिसका उद्देश्य यात्रियों की शिकायतों का त्वरित निपटारा सुनिश्चित करना था। इस वार रूम में समाधान हो रहा है।

यात्रियों से फीडबैक भी लिया गया

17 जून से 11 अक्टूबर तक कुल 12,858 शिकायतों का निपटारा किया और यात्रियों से फीडबैक भी लिया। मालूम हो कि यात्रियों की सहायता के लिए हेल्पलाइन 139 को रेल मदद से जोड़ा गया है। इसके साथ ही इस नंबर को सभी शिकायत पोर्टलों को एकीकृत कर रेल मदद प्लेटफार्म पर लाया है, ताकि शिकायतें समय पर मिल सकें।

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