टीम को भारत के खिलाफ आगामी तीन मैचों की सीरीज में स्वतंत्र रूप से और निडर होकर खेलना होगा : लैथम
भारत के खिलाफ हमें स्वतंत्र और निडर होकर खेलना होगा : लैथम
टीम को भारत के खिलाफ आगामी तीन मैचों की सीरीज में स्वतंत्र रूप से और निडर होकर खेलना होगा : लैथम
न्यूजीलैंड चार टेस्ट मैचों में हार के बाद भी वे विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में पहुंचने की रेस में बनी हुई
क्राइस्टचर्च
न्यूजीलैंड के नए टेस्ट कप्तान टॉम लैथम ने कहा कि वह चाहते हैं कि उनकी टीम भारत के खिलाफ आगामी तीन मैचों की सीरीज में स्वतंत्र रूप से और निडर होकर खेले।
न्यूजीलैंड को पिछले चार टेस्ट मैचों में हार का सामना करना पड़ा है, लेकिन फिर भी वे विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में पहुंचने की रेस में बने हुए हैं।
पिछले महीने श्रीलंका दौरे पर मिली 0-2 के हार के बाद न्यूजीलैंड के निवर्तमान कप्तान टिम साउदी ने इस्तीफा दे दिया था, जिसके बाद लैथम को कमान मिली है। उनकी पहली चुनौती भारत दौरा है, जहां उन्होंने 36 मैचों में से सिर्फ दो जीते हैं। लैथम की अगुवाई वाली न्यूजीलैंड टीम 16 अक्टूबर से 5 नवंबर तक बेंगलुरु, पुणे और मुंबई में तीन टेस्ट मैच खेलेगी।
लैथम ने भारत दौरे पर बात करते हुए कहा, “यह एक चुनौतीपूर्ण दौरा होगा और मुझे उम्मीद है कि हम अधिक स्वतंत्रता और बिना डर के खेलेंगे। अगर हम ऐसा करते हैं तो हमारे जीतने की संभावना ज्यादा होगी। हमने देखा है कि पिछले कुछ वर्षों में कई विदेशी टीमों ने अच्छा किया है और उन पर दबाव बनाया है। लेकिन इसके लिए आपको खासतौर पर बल्ले से आक्रामक होना होगा। हम निर्णय लेंगे कि हमें वहां कैसा खेलना है और खिलाड़ियों को भी एक अच्छा अप्रोच दिखाना होगा। उम्मीद है कि हम उस अप्रोच को वहां लागू कर सकेंगे।”
न्यूजीलैंड ने आखिरी बार भारत में 1988 में टेस्ट मैच जीता था और देश में उनके पिछले दौरे में कानपुर में रोमांचक मुकाबला ड्रॉ रहा था। उन्हें मुंबई में एजाज पटेल के एक पारी में 10 विकेट के बावजूद हार का सामना करना पड़ा था। इससे पहले लैथम ने 2020 से 2022 तक केन विलियमसन की जगह यह भूमिका निभाई थी।
लैथम ने आगे कहा, “हमने श्रीलंका में कुछ अच्छी चीजें की, हालांकि परिणाम हमारे पक्ष में नहीं गया। सिर्फ एक पारी को छोड़ दिया जाए तो बल्ले के साथ हमारा अप्रोच बहुत सही था। हम उसी चीज को जारी रखना चाहते हैं और कोशिश करेंगे कि हम अच्छा क्रिकेट खेलें, जिस पर हमें गर्व हो। उम्मीद है कि हम ऐसा कर सकेंगे।”