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अंबानी ने कहा, ‘यह भारत के लिए बहुत दुखद दिन, रतन टाटा का जाना सिर्फ टाटा समूह ही नहीं, बल्कि हर भारतीय के लिए बहुत बड़ी क्षति है

मुंबई

उद्योगपति रतन टाटा नहीं रहे। उन्होंने मुंबई स्थिति अस्पताल में बुधवार को अंतिम सांस ली। रिलायंस के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक मुकेश अंबानी ने रतन टाटा को भारत के सबसे प्रतिष्ठित और परोपकारी बेटों में से एक बताया। अंबानी के अलावा अरबपति गौतम अडानी और ऑटो क्षेत्र के दिग्गज आनंद महिंद्रा ने भी टाटा के निधन पर शोक व्यक्त किया।

अंबानी ने कहा, 'यह भारत के लिए बहुत दुखद दिन है। रतन टाटा का जाना सिर्फ टाटा समूह ही नहीं, बल्कि हर भारतीय के लिए बहुत बड़ी क्षति है। व्यक्तिगत स्तर पर रतन टाटा के जाने से मैं बेहद दुख में हूं, क्योंकि मैंने अपने एक अच्छे दोस्त को खो दिया है। उनके साथ हुई कई मुलाकातों में हर बार मुझे प्रेरित किया, ऊर्जा दी और उनके अपनाए हुए मूल्यों के प्रति मेरा सम्मान बढ़ाया।'

उन्होंने आगे कहा, 'रतन टाटा दूरदर्शी कारोबारी और परोपकारी थे, जो हमेशा समाज की अच्छाई के लिए काम करते थे।' उन्होंने कहा, 'रतन टाटा के जाने से भारत ने सबसे पुत्र और दयालु बेटे को खो दिया है। टाटा ने भारत को दुनिया के सामने रखा और दुनिया की अच्छी चीजों को भारत लेकर आए। उन्होंने टाटा घराने को संस्थागत बनाया और साल 1991 में टाटा समूह संभालने के बाद इसे 70 गुना बढ़ा दिया।'

उ्होंने कहा, 'रिलायंस, नीता और अंबानी परिवार की तरफ से मैं टाटा परिवार के शोकाकुल सदस्यों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं। रतन, आप हमेशा मेरे दिल में रहेंगे।'

अडानी ने कहा कि भारत ने ‘एक दिग्गज, एक दूरदर्शी व्यक्ति को खो दिया है जिन्होंने आधुनिक भारत के मार्ग को फिर से परिभाषित किया।’ उन्होंने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘रतन टाटा सिर्फ एक कारोबारी नेता नहीं थे, उन्होंने ईमानदारी, करुणा और व्यापक भलाई के लिए एक अटूट प्रतिबद्धता के साथ भारत की भावना को मूर्त रूप दिया। उनके जैसे दिग्गज अमर रहते हैं। ओम शांति।’

आनंद महिंद्रा ने कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था ‘ऐतिहासिक छलांग’ लगाने के कगार पर है और टाटा के ‘जीवन और कार्य का हमारे इस स्थिति में आने में बहुत बड़ा योगदान है।’

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