स्वस्थ-जगत

डिलीवरी के बाद लेने वाले पांच आवश्यक पोषक तत्व

जब कोई महिला गर्भवती होती है, तो उसका आहार पूरा ख्याल रखा जाता है। माँ के आहार से ही शिशु को पोषण मिलता है। लेकिन किताबों के बाद और भी शामिल सामग्री पर सूची बनाना जरूरी है। प्रेसीफिकैन्सी और प्रसवोत्तर के बाद महिलाओं के शरीर में बहुत कमजोरी आ जाती है और शरीर में टंकियां भी भर जाती हैं।

ऐसे में पोषण से ही शरीर की रिकवर होने में मदद मिल सकती है। फ़ार्म के बाद भी महिलाओं को सही और पोषण से भरपूर मात्रा लेने की सलाह दी जाती है। यहां हम आपको कुछ ऐसे पोषक तत्त्व सिद्धांतों के बारे में बता रहे हैं जिन्हें लेने के बाद बहुत कुछ होता है।

सबसे पहले आयरन जरूरी है medanta.org ने एक लेख प्रकाशित किया है, जिसमें प्रेसीडेंटेंसी ही नहीं बल्कि नई मां के लिए भी आयरन बहुत जरूरी होता है। प्रेग्नेंट की प्रक्रिया के दौरान काफी खून बहता है इसलिए प्रेग्नेंट के बाद आहार में आयरन का होना जरूरी है। इससे पैर मजबूत होते हैं और कमजोरी दूर होती है। रेड मीट, सीफुड, बींस दालें, ग्रे हरे रंग की पत्तेदार सूची, नट्स, हरी मटर, कद्दू के बीज, कक्यूनोआ, चुकंदर, गुड़ और काले चने में आयरन होता है।

स्टैनपैन डिजायन वाली मां के लिए एक बहुत ही जरूरी पोषक तत्व है। शिशु सदन के संपूर्ण विकास एवं ब्रेन क्रिएटर में मदद मिलती है। यह बच्चों के कमरे से होते हुए वॅलरा ब्रे एर्टामिल्क के रीच तक पहुंचता है। आयोडाइज्ड नमक, मछली, दूध, दही, अंडा और चिकन में होता है।
​दिन भर में है ऊर्जा से परिपूर्ण तो सुबह-सुबह पूछताछ में ले ये चीजें ​कैसे ले सकते हैं कैल्शियम यदि प्रसव के बाद मां के शरीर में कैल्शियम की कमी हो जाती है, तो शरीर के उसके उत्पादों के उत्पादन का खतरा बना रहता है। आप दूध, पनीर, दही, हरी पत्तेदार कार्डबोर्ड, टोफू, मखाने और ब्रोकली से कैल्शियम ले सकते हैं।

कोलिन का सेवन नवजात शिशु के मस्तिष्क और नर्वस सितारम के विकास के लिए होता है, यह पोषक तत्वों का सिद्धांत बहुत ही खतरनाक होता है। इस प्रसव के बाद मां की याददाश्त में भी सुधार आता है। आप मीट, अंडा, मछली, डेनमार्क उत्पाद, क्रूसिफेरस स्टॉक, एनटीएस और सीड्स और साबुत अनाज से यह न्यूट्रिएंट ले सकते हैं।

ओमेगा-3 संयोजन एसिड ओमेगा 3 समूह एसिड में डीएच होता है जो बच्चे के मस्तिष्क और दृष्टि में मदद करता है। इससे पहले जन्म के बाद मां के शरीर में भी सूजन कम होती है। अंडा, मोनोक्रोम, मछली, टोफू, बींस, सीड्स, एनटीएस, दालों में यह पोषक तत्व पाया जाता है। इन बच्चों को अपने आहार में शामिल करके आप खुद भी वोट कर सकते हैं और अपने बच्चे के पोषण संबंधी एसोसिएट को अपने आहार में शामिल कर सकते हैं।

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