आधी आबादी को हक देना कांग्रेस की प्राथमिकता है जिसके कारण बड़ी संख्या में महिलाएं कांग्रेस से जुड़ रही है : अलका लांबा
महिला कांग्रेस से दिसम्बर तक जुड़ेगी 10 लाख महिलाएं: अलका लांबा
आधी आबादी को हक देना कांग्रेस की प्राथमिकता है जिसके कारण बड़ी संख्या में महिलाएं कांग्रेस से जुड़ रही है : अलका लांबा
महिलाएं कांग्रेस का लक्ष्य दिसंबर तक 10 लाख महिला सदस्य बनाना : अलका लांबा
नई दिल्ली
महिला कांग्रेस की अध्यक्ष अलका लांबा ने कहा है कि आधी आबादी को हक देना कांग्रेस की प्राथमिकता है जिसके कारण बड़ी संख्या में महिलाएं कांग्रेस से जुड़ रही है और उनका लक्ष्य दिसंबर तक 10 लाख महिला सदस्य बनाना है।
श्रीमती लांबा ने यहां पार्टी मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि पार्टी के स्थापना दिवस पर एक पखवाड़ा पहले उनके संगठन ने महिला सदस्यता बनाने के अभियान की शुरुआत की थी और अब तक दो लाख से ज्यादा महिलाएं कांग्रेस से जुड़ गई है। इससे उत्साहित होकर उन्होंने दिसंबर तक 10 लाख महिलाओं को कांग्रेस से जोड़ने का लक्ष्य निर्धारित किया है।
उंन्होने कहा, “अखिल भारतीय महिला कांग्रेस ने 15 सितंबर को अपने स्थापना दिवस पर देशव्यापी सदस्यता अभियान की शुरूआत की थी। मुझे बताते हुए खुशी है कि मात्र 20 दिन में देश भर से लगभग दो लाख बहनों ने ऑनलाइन सदस्यता ग्रहण की। यह सिलसिला देश की आधी आबादी को राजनीति की धारा में शामिल करने के लिए जारी रहेगा।”
महिला कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, “नारी न्याय के तहत देश की आधी आबादी को राजनीतिक, आर्थिक और सामाजिक न्याय देने का हमारा वादा है। देश के हर कोने से महिलाएं सदस्यता ग्रहण कर रही हैं। इस साल के अंत तक हम देश की 10 लाख महिलाओं को पार्टी और संगठन से जोड़ेंगे। इन महिलाओं की राजनीति में भागीदारी हो इसलिए 15 अक्टूबर के बाद नियुक्ति पत्र भी सौंपे जाएंगे। साथ ही, सदस्यता शुल्क से आने वाले फंड को महिलाओं के लीडरशिप प्रोग्राम और उनके सशक्तिकरण पर खर्च किया जाएगा।”
सुलांबा ने कहा, “देश की एक बेटी विनेश फोगाट दिल्ली की दहलीज पर न्याय मांगती रही, लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उसे मिलने तक का समय नहीं दिया। दिल्ली पुलिस को उसकी एफआईआर दर्ज करने से रोका, सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर एफआईआर दर्ज हुई, लेकिन उसे अभी तक न्याय नहीं मिला। विनेश फोगाट हिम्मत नहीं हारी इसलिए कांग्रेस पार्टी ने उसका हाथ थामा, ताकि वह न्याय की लड़ाई लड़ती रहे।”