पटना में छात्राओं ने शिक्षक पर लगाये गंभीर आरोप, होगी जांच
पटना.
बिहार सरकार में शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक इन दिनों स्कूलों का निरीक्षण कर रहे हैं। विद्यालयों में शिक्षकों को आवश्यक दिशा-निर्देश दे रहे हैं। स्कूल की व्यवस्था ख़राब होने पर शिक्षकों को डांट-फटकार भी लगाते हैं और अच्छी होने पर शिक्षकों की तारीफ भी करते हैं। इस बात को लेकर बिहार के अभिभावक के के पाठक के प्रशंसक बन गए हैं।
उनका मानना है कि केके पाठक की वजह से शिक्षा व्यवस्था पटरी पर आ रही है। वहीं एक शिक्षक पर कुछ छात्राओं ने गंभीर आरोप लगाये हैं। मामला पटना के बी.एन. कॉलेजिएट विद्यालय का है। घटना गुरूवार की शाम करीब सात बजे की है। बी.एन. कॉलेजिएट विद्यालय की सात छात्राएं और कुछ लड़के गांधी मैदान के समीप स्थित जिला नियंत्रण कक्ष आए। इन विद्यार्थियों ने विद्यालय के एक शिक्षक के विरूद्ध अश्लील हरकत एवं अशोभनीय हरकत करने की शिकायत की है। इन छात्र-छात्राओं ने जिला नियंत्रण कक्ष के दंडाधिकारी के समक्ष बयान देते हुए लिखित आवेदन दिया है।
डीएम ने दिए जांच के आदेश
इस मामले को लेकर पटना डीएम डॉ. चन्द्रशेखर सिंह ने इस पर त्वरित संज्ञान लेते हुए एक त्रि-सदस्यीय जाँच टीम का गठन किया। उन्होंने कहा कि बी.एन. कॉलेजिएट, कुल्हड़िया कॉम्प्लेक्स के छात्र छात्राओं ने ज्ञापन भेजते हुए आवश्यक कार्रवाई करने का अनुरोध किया है। उन्होंने कहा कि बी.एन. कॉलेजिएट, कुल्हड़िया कॉम्प्लेक्स के शिक्षक राजेश कुमार पर स्कूल की छात्राओं ने छेड़खानी का आरोप लगाया है। यह एक संवेदनशील मामला है। आरोपित शिक्षक के विरूद्ध लगाए गए आरोप गंभीर प्रकृति के हैं। उन्होंने कहा कि दोषी को बख्शा नहीं जाएगा।जाँच टीम में वरीय उप समाहर्ता अभिलाषा शर्मा, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी आईसीडीएस और शिक्षा विभाग की एक महिला अधिकारी (जिला कार्यक्रम पदाधिकारी) को प्रतिनियुक्त किया गया है। डीएम के आदेश के अनुसार जाँच टीम को 24 घंटे के अंदर जाँच प्रतिवेदन देने का निर्देश दिया गया है। जाँच प्रतिवेदन प्राप्त होते ही आरोपित शिक्षक के विरूद्ध नियमानुसार सख्त कार्रवाई की जाएगी।