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ईरान के मिसाइल अटैक से इजरायल में जाने कहां और कितना हुआ नुकसान

तेल अवीव

लेबनान में इजरायली फौज की चढ़ाई के बीच ईरान ने इजरायल पर बड़ा हवाई हमला किया है। ईरान ने इजरायली धरती पर कम से कम 150 मिसाइलें दागी। हमला बेहद भयावह था और हर ओर इजरायलियों में चीख-पुकार मच गई। आईडीएफ ने भी लोगों को सुरक्षित स्थान चले जाने का आदेश दिया। लोगों को शेल्टर होम की शरण लेनी पड़ी। हमले के बाद ईरान ने इसे हिजबुल्लाह प्रमुख सैयद हसन नसरल्लाह और हमास चीफ इस्माइल हानियेह के कत्ल का इंतकाम बताया है। यह भी कहा कि आगे और भी हमले होंगे। इस बीच इजरायल ने भी ईरान को इन हमलों का अंजाम भुगतने की चेतावनी दी है। इजरायली सूत्रों का यह भी कहना है कि ईरानी हमलों के बाद पीएम बेंजामिन नेतन्याहू और उनकी कैबिनेट के मंत्री बंकर में छिप गए हैं। उधर, अमेरिका में राष्ट्रपति जो बाइडेन और उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने वाइट हाउस में ईरानी हमले को लेकर मीटिंग की है।

ईरान का कहना है कि उसने गाजा और लेबनान के लोगों के साथ-साथ हमास, हिजबुल्लाह और आईआरजीसी नेताओं और कमांडरों की सामूहिक हत्या के जवाब में इजरायल में महत्वपूर्ण सैन्य और सुरक्षा ठिकानों पर दर्जनों बैलिस्टिक मिसाइलें दागी हैं। इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कोर का कहना है कि अगर इजरायल ने इन हमलों का जवाब दिया तो उसे “कुचलने” के लिए उचित जवाब दिया जाएगा। ईरान ने मंगलवार रात इजरायल के विभिन्न शहरों पर कम से कम 150 बैलिस्टिक मिसाइलें दागी।

ईरान ने इजराइल पर कई मिसाइलें दागी, जिसके कारण इजराइली नागरिकों को सुरक्षित स्थानों का आश्रय लेने के मजबूर होना पड़ा, वहीं ईरान में इस हमले के बाद जश्न मनाया जाने लगा। मंगलवार देर रात तक इस हमले के कारण जान माल की क्षति के बारे में फौरन कोई जानकारी नहीं मिली है। इजराइल ने कहा कहा कि उसने कई मिसाइलों को नष्ट कर दिया है वहीं अमेरिकी अधिकारियों ने कहा है कि उसका प्रहार करने वाला तंत्र इजराइली रक्षा प्रणाली की सहायता करेगा।

ईरान को नतीजे भोगने होंगे; हमले से तिलमिलाए इजरायल ने दी धमकी

 ईरानी हमले पर प्रतिक्रिया देते हुए इजरायल ने कहा है कि वह ईरान के मिसाइल हमले का अपने हिसाब से जवाब देगा और ईरान को हमले के नतीजे भोगने होंगे। इजरायल रक्षा विभाग के प्रवक्ता प्रवक्ता डेनियल हागारी ने ईरान के बड़े पैमाने पर हमले के संबंध में सोशल मीडिया पर एक वक्तव्य में कहा,"ईरान के आक्रमण ने संघर्ष को एक गंभीर और खतरनाक स्तर पर पहुंचा दिया है। उसको इसके परिणाम भुगतने होंगे। इजरायल सरकार के निर्देश के अनुसार, हम अपने हिसाब से जहां भी, जब भी और जैसे भी हो, इसका इसका, जवाब देंगे।''

लेबनान में इजरायली हमले में 55 लोगों की मौत

लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि पिछले 24 घंटों में लेबनान में हुए इजरायली हवाई हमलों में 55 लोग मारे गए हैं और 156 अन्य घायल हुए हैं। मंत्रालय के अनुसार, बालबेक-हर्मेल जिले में 11 मौतें, नबातीह गवर्नरेट में 22, बेरूत और माउंट लेबनान में तीन-तीन और दक्षिण गवर्नरेट में 16 लोगों की मौतें हुई हैं।

ईरान-इजरायल तनाव पर UNSC ने बुलाई आपात बैठक

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) ने फ्रांस और इजरायल के अनुरोध पर बुधवार को एक आपातकालीन बैठक बुलाई है। इजरायल के संयुक्त राष्ट्र राजदूत डैनी डैनन ने परिषद को लिखे एक पत्र लिखकर ईरानी हमले की निंदा की है। उन्होंने ईरान पर इजरायल को नष्ट करने की कोशिश करने का आरोप लगाया और सुरक्षा परिषद से देश की निंदा करने और उसके इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स को आतंकवादी संगठन के रूप में नामित करने का आग्रह किया।

हिजबुल्ला और इजरायल के बीच जारी है जंग

हिजबुल्ला और इजरायल के बीच पिछले कुछ समय से लेबनानी सीमा पर लगभग रोज ही गोलाबारी चल रही है। पिछले वर्ष आठ अक्तूबर को हमास ने इजरायल में अपने लड़ाकों को भेजा था और उसके बाद गाजा में भीषण संघर्ष शुरू हो गया। उस दौरान करीब 250 इजरायलियों को बंधक बनाया गया थ। किंतु बाद में इस संघर्ष का केंद्र बिंदु उत्तरी लेबनान बन गया जब हिजबुल्ला का प्रमुख हसन नसरल्ला इजरायली हमले में मारा गया।

बंकर में छिपे नेतन्याहू और मंत्री

ईरानी हमलों के तुरंत बाद इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू कथित तौर पर एक सुरक्षित सुरक्षा बंकर में चले गए हैं। रिपोर्ट में कहा जा रहा है कि उनके साथ कई मंत्री भी मौजूद हैं। इजरायली सूत्रों का कहना है कि यह कदम नेतन्याहू और शीर्ष नेताओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है। ईरान द्वारा इजरायल पर मिसाइलों से हमला किए जाने से मध्य पूर्व में तनाव में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।
इजरायल में कई उड़ानें निलंबित

ईरानी हमलों के बाद सुरक्षा के मद्देनजर बेन गुरियन हवाई अड्डे से आने और जाने वाली सभी उड़ानें निलंबित कर दिया गया है। इजरायल के विमानन प्राधिकरण ने कहा है कि इजरायल का हवाई क्षेत्र बंद कर दिया गया है। उड़ानों को इजरायल के बाहर वैकल्पिक गंतव्यों की ओर भेजा जा रहा है जॉर्डन और इराक ने भी घोषणा की है कि उनके हवाई क्षेत्र अस्थायी रूप से बंद कर दिए गए हैं।

बाइडेन और कमला हैरिस में मंथन

उधर, अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन और उप राष्ट्रपति कमला हैरिस ने ईरान मिसाइल हमले से इजरायल की रक्षा के संबंध में अमेरिकी तैयारी की समीक्षा की है। इजरायल पर ईरान के मिसाइल हमले के शुरू होने से कुछ पहले बाइडेन ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में कहा, ''आज सुबह उपराष्ट्रपति और मैंने इज़रायल के खिलाफ आसन्न मिसाइल हमला शुरू करने की ईरानी योजनाओं पर चर्चा करने के लिए हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा टीम बुलाई।'' हमने चर्चा की कि इन हमलों से बचाव में इज़रायल की मदद करने और क्षेत्र में अमेरिकी कर्मियों की सुरक्षा के लिए अमेरिका की तैयारी कैसी है।

ईरान को देंगे मुंहतोड़ जवाब

इजराइल रक्षा बलों के प्रवक्ता ने कहा कि इजरायल ने ईरान के मिसाइल हमले के जवाब में जवाबी कार्रवाई की योजना बनाई है। रियर एडमिरल डैनियल हैगरी ने एक बयान में कहा, "इस हमले के लिए ईरान को विनाशकारी परिणाम भुगतने होंगे। हमारे पास योजनाएँ हैं और हम उस स्थान पर समय से कार्रवाई करेंगे।" इजरायली सैन्य प्रवक्ता ने कहा कि मंगलवार रात को इजरायल पर दागी गई ईरानी मिसाइलें मध्य और दक्षिणी इजरायल पर गिरी। हालांकि यह भी कहा गया कि हम हमले के बाद नुकसान का आकलन कर रहे हैं, लेकिन शुरुआत जानकारी मिली है कि हमले में सिर्फ दो लोग मामूली रूप से घायल हुए हैं।

अमेरिका से ईरानी हमले की चेतावनी मिलने के कुछ ही मिनटों बाद इजरायली रक्षा बलों (IDF) ने दावा किया है कि वह किसी भी तरह के ईरानी हमले का मुकाबला करने के लिए तैयार है। इजरायली सैन्य प्रवक्ता ने मंगलवार को कहा, “इजरायली वायु रक्षा प्रणालियां ईरान के किसी भी हमले के लिए पूरी तरह तैयार हैं, लेकिन फिलहाल किसी खतरे की पहचान नहीं की जा सकी है।”

इस बीच, लेबनान की सरकारी राष्ट्रीय समाचार एजेंसी NNA ने कहा कि इजरायली हमलों ने लेबनानी आतंकवादी समूह हिजबुल्लाह को निशाना बनाकर दक्षिण बेरूत के दो इलाकों में हमले किए हैं। NNA ने बताया कि शत्रु का हिंसक हमला, अल-जहरा अस्पताल के आसपास के ज्नाह और औजई के बीच के इलाके को निशाना बनाकर किया गया, फिर कुछ मिनट बाद कुवैती दूतावास के पास एक गोल चक्कर पर एक और हमला किया गया। दूसरी तरफ, हिजबुल्लाह के कार्यवाहक नेता नईम कासेम ने वादा किया कि समूह अपने लंबे समय के प्रमुख हसन नसरल्लाह की शुक्रवार को हुई मौत के बाद भी लड़ता रहेगा। हिज्बुल्लाह के लड़ाकों ने भी उत्तरी इजरायल में मिसाइलें दागी हैं।

 

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