खेल-जगत

वैभव ने महज 13 साल की उम्र में रचा इतिहास, तोड़ा मौजूदा बांग्लादेशी कप्तान का वर्ल्ड रिकॉर्ड

चेन्नई

भारत और ऑस्ट्रेलिया की अंडर-19 टीमों के बीच दो मैचों की टेस्ट सीरीज जारी है, जिसका पहला मुकाबला चेन्नई के एमए चिदंबरम स्टेडियम में खेला जा रहा है। इस मैच में 13 साल के एक बल्लेबाज ने अपने दमदार प्रदर्शन से सभी का ध्यान अपनी ओर खींच लिया है। बता दें कि, दोनों टीमों के बीच अनाधिकारिक टेस्ट सीरीज का मुकाबला 30 सितंबर को शुरू हुआ है। वहीं, दूसरा मैच भी चेपॉक में सात अक्तूबर से शुरू होगा।

वैभव ने बनाया बड़ा रिकॉर्ड
इस मुकाबले में बिहार के लाल ने महज 58 गेंदों में शतक जड़ा है। अब वह इंग्लैंड के बल्लेबाज मोईन अली से महज सिर्फ एक स्थान पीछे हैं। उन्होंने 2005 में अंडर-19 में 56 गेंदों में शतक जड़ा था। इसी के साथ वैभव ने अंडर-19 टेस्ट में किसी भारतीय द्वारा सबसे तेज शतक का रिकॉर्ड बना लिया है। युवा खिलाड़ी ने अपनी दमदार पारी के दौरान 14 चौके और चार शतक लगाए। वह मात्र 62 गेंदों पर 104 रन बनाकर रन आउट हो गए। भारत ने ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी में बोर्ड पर लगाए 293 रनों के स्कोर का मजबूत जवाब दिया।

रणजी में भी कर चुके डेब्यू
वैभव वही बल्लेबाज हैं जिन्होंने रणजी ट्रॉफी 2024 में महज 12 साल और 284 दिन की उम्र में डेब्यू किया था। वह ऐसा करने वाले चौथे सबसे युवा खिलाड़ी बने थे। उन्होंने सचिन तेंदुलकर सहित कई खिलाड़ियों का रिकॉर्ड तोड़ा है। सचिन बेहद कम उम्र में रणजी क्रिकेट में बड़ा नाम बन गए थे और भारतीय टीम में भी जगह बनाई थी।

नौ साल की उम्र में शुरू हुई क्रिकेट यात्रा
वैभव के बल्लेबाजी का स्टाइल पृथ्वी शॉ और शिखर धवन से मिलता-जुलता है। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उनकी पारी में कई तरह के शॉट शामिल थे, जिसमें स्क्वायर ड्राइव, डीप मिड-विकेट पर पुल और कवर ड्राइव शामिल थे। सूर्यवंशी की क्रिकेट यात्रा नौ साल की उम्र में शुरू हुई, जब उन्हें अपने पिता संजीव सूर्यवंशी से शुरुआती कोचिंग मिली। क्रिकेट के प्रति उनके पिता के जुनून और खुद उनके समर्पण ने वैभव को इतनी कम उम्र में उल्लेखनीय सफलता हासिल करने के लिए प्रेरित किया, जिससे वह भारतीय क्रिकेट में एक होनहार प्रतिभा बन गए।

बांग्लादेश के मौजूदा कप्तान नजमुल हुसैन शांतो का रिकॉर्ड तोड़ा
बिहार के बाएं हाथ के बल्लेबाज वैभव सूर्यवंशी ने 13 साल और 188 दिन की उम्र में नजमुल हुसैन शांतो का रिकॉर्ड तोड़ा है। मौजूदा बांग्लादेशी टीम के कप्तान ने 14 साल और 241 दिन की उम्र में 2013 में श्रीलंका के खिलाफ शतक बनाया था। सूर्यवंशी ने इस साल की शुरुआत में 12 साल की उम्र में बिहार के लिए रणजी ट्रॉफी क्रिकेट में पदार्पण किया था, लेकिन वह चार पारियों में 7.75 की औसत से केवल 31 रन ही बना सके थे।

सूर्यवंशी और विहान के बीच 18.5 ओवर में 133 रन की ओपनिंग पार्टनरशिप
ऑस्ट्रेलिया अंडर-19 के 293 रन पर आउट होने के बाद सूर्यवंशी ने विहान मल्होत्रा ​​के साथ 18.5 ओवर में 133 रनों की ओपनिंग साझेदारी की। आखिरकार वह 19वें ओवर में रन आउट हो गए।

क्वाड्रांगुलर सीरीज के लिए भी हुआ चयन
बता दें कि वैभव सूर्यवंशी ने वीनू मांकड़ ट्रॉफी और अंडर-19 चैलेंजर ट्रॉफी में भी हिस्सा लिया है। सूर्यवंशी को इसके बाद क्वाड्रांगुलर सीरीज के लिए चुना गया, जिसमें बांग्लादेश और इंग्लैंड भी शामिल हैं।

13 वर्षीय भारतीय ओपनर ने दूसरा सबसे तेज युवा टेस्ट शतक जड़ा
भारत की बल्लेबाजी ने पहले दिन सीनियर टीम की तरह खेल दिखाया. कल बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट के दौरान भारत की सीनियर टीम ने सबसे तेज 250 रन बनाए, जूनियर ने उनके नक्शेकदम पर चलने की कोशिश की, और 7.36 के रन रेट से सिर्फ 14 ओवर में 103 रन बनाए.

जबकि विहान मल्होत्रा ​​37 गेंदों पर 21 रन बनाकर नाबाद थे, साथी ओपनर वैभव सूर्यवंशी ने 47 गेंदों पर नाबाद 81 रन बनाकर दिन का खेल खत्म किया. वह ऑफ-साइड पर विशेष रूप से प्रभावशाली थे, उन्होंने 172.34 के स्ट्राइक रेट से पारी खेली.

दूसरे दिन भी इसी तरह से शुरुआत करते हुए, सूर्यवंशी ने अपना शतक बनाने में समय बर्बाद नहीं किया, उन्होंने सिर्फ 11 गेंदों पर 19 रन बनाए और 58 गेंदों में यह उपलब्धि हासिल की. यह किसी भारतीय द्वारा बनाया गया सबसे तेज युवा टेस्ट शतक है और 2005 में श्रीलंका के खिलाफ मोईन अली द्वारा 56 गेंदों में बनाए गए 100 रन के बाद रिकॉर्ड किए गए इतिहास में दूसरा सबसे तेज शतक है.

 

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