अमेरिका पर जीत से भारत का शतरंज ओलंपियाड में ऐतिहासिक स्वर्ण पदक लगभग पक्का
बुडापेस्ट
ग्रैंडमास्टर और विश्व चैंपियनशिप के चैलेंजर डी गुकेश ने यहां 45वें शतरंज ओलंपियाड में अमेरिका के फैबियानो कारूआना को हराकर ओपन वर्ग में भारतीय टीम को स्वर्ण पदक विजेता बनाने के बेहद करीब पहुंचा दिया। इस साल नवंबर में सिंगापुर में अगला विश्व चैंपियनशिप मैच खेलने के लिए तैयार गुकेश ने शीर्ष वरीयता प्राप्त टीमों के खिलाफ अपनी शानदार कौशल का प्रदर्शन जारी रखते हुए एक और कठिन मुकाबले में अपने से बेहतर रैंकिंग वाले कारूआना को शिकस्त दी।
गुकेश की यह जीत बेहद खास थी क्योंकि इससे वेस्ले सो ने आर प्रज्ञानानंदा को हराकर अमेरिका को शुरुआती बढ़त दिलाई थी। अमेरिका की इस बढ़त के बावजूद भारतीय टीम कभी भी इस मुकाबले को गंवाने की स्थिति में नहीं थी क्योंकि अर्जुन एरिगैसी ने लेनियर डोमिंग्वेज पेरेज पर शिकंजा कस रखा था।
अर्जुन लगभग पांच घंटे के मैराथन मुकाबले को जीतने में सफल रहे तो वही विदित गुजराती लेवोन अरोनियन को ड्रॉ पर रोकने में सफल रहे। ओपन वर्ग में भारत के नाम 19 अंक है और वह चीन पर दो अंक की बढ़त के साथ तालिका में शीर्ष पर है।
महिला वर्ग में भी भारतीय टीम ने पिछले मुकाबले में पोलैंड से मिली निराशाजनक हार को पीछे छोड़ते हुए चीन को शिकस्त दी। दिव्या देशमुख ने एक बार फिर टीम की स्टार खिलाड़ी साबित हुई। उन्होंने तीसरे बोर्ड पर नी शीकुन को शिकस्त दी जबकि बाकी तीनों मुकाबले बराबरी पर छूटे। भारतीय टीम 2.5-1.5 की जीत के साथ तालिका में कजाखस्तान के साथ संयुक्त रूप से शीर्ष पर पहुंच गई है।