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बिहार-बेगूसराय में साइबर अपराधी ने जदयू के पूर्व विधायक के बेटे का डिजिटल अपहरण

बेगूसराय.

बेगूसराय में आज आश्चर्यजनक घटना हुई। घटना यह है कि मटिहानी विधानसभा क्षेत्र के जदयू के पूर्व विधायक नरेंद्र कुमार सिंह उर्फ बोगो सिंह के बड़े बेटे सुमन सौरभ का अपहरण हो गया। पूर्व विधायक के पुत्र के अपहरण की सूचना मिलते ही पुलिस महकमा  में हड़कंप मच गया। पुलिस उसकी बरामदगी के लिए लगातार जगह-जगह छापेमारी कर करने लगी।

काफी मशक्कत के बाद तकरीबन 7 घंटे के बाद मोबाइल लोकेशन के आधार पर उसकी बरामदगी  एक निजी होटल से की गई। वहीं जदयू के पूर्व विधायक नरेंद्र सिंह उर्फ बोगो सिंह के पुत्र सुमन सौरभ को बरामद भी होने के बाद पुलिस ने राहत की सांस ली। घटना के संबंध में पुलिस का कहना है कि जदयू के पूर्व विधायक नरेंद्र सिंह उर्फ बोगो सिंह के पुत्र सुमन कुमार अपने निजी स्कूल से घर के लिए निकले थे। लेकिन घर नहीं पहुँच सके। परिजनों के द्वारा काफी खोजबीन की गई, लेकिन कोई अता-पता नहीं चल सका।  तब किसी अनहोनी होने के डर से फिर बाद में पुलिस को घटना की जानकारी दी गई।पुलिस ने जांच-पड़ताल शरू की, जिसमें इस बात का खुलासा हुआ कि साइबर अपराधियों ने उसका अपहरण कर लिया था। इस संबंध में सदर डीएसपी टू भास्कर रंजन ने बताया है कि उड़ान इंटरनेशनल स्कूल के डायरेक्टर और जदयू के पूर्व विधायक नरेंद्र सिंह उर्फ बोगो सिंह के पुत्र सुमन सौरभ से एक साइबर अपराधी ने साइबर फ्रॉडकर लिया था, जिसके बाद अचानक दोपहर से ही सुमन सौरभ लापता हो गया। उन्होंने बताया है कि पुलिस ने अपना कार्रवाई शुरू कर दी और कार्रवाई शुरू करने के दौरान ही एक निजी होटल से सकुशल सुमन सौरव को बरामद किया कर लिया है।

उन्होंने बताया है कि यह साइबर अपराधी के द्वारा उसे डिजिटल अरेस्टिंग कर लिया था। उन्होंने बताया है कि उसे इतना साइबर अपराधी के द्वारा डराया धमकाया गया कि वह एक निजी होटल के रूम में कैद हो जाय। उसे किसी से बात करने से भी मना किया था। उन्होंने बताया है कि साइबर अपराधी  क्राइम ब्रांच के अधिकारी बनकर उसे डराया धमकाया, जिससे वह काफी भयभीत हो गया। फिर साइबर अपराधियों ने वीडियो कॉलिंग कर कर उसे कहा कि इनकम टैक्स छापेमारी या ई डी की छापेमारी आपके पास किसी भी वक्त पड़ सकती है जिसके कारण से वह और काफी ज्यादा डर गया। उन्होंने बताया है कि काफी सूझबूझ के साथ पुलिस ने उसे एक निजी होटल से बरामद किया है जिस नंबर से उसे डराया धमकाया गया है । उसे नंबर के आधार पर साइबर अपराधी के ऊपर मामला दर्ज कर कानूनी कार्रवाई शुरू पुलिस के द्वारा कर दी गई है।

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