देश

प्रदेश में सियासी उथल-पुथल, CM हेमंत सोरेन ने बुलाई विधायक दल की बैठक, हो सकता है बड़ा फैसला..

रांची

 नए साल पर झारखंड में बड़ी सियासी उथल-पुथल मची है। इस बीच हेमंत सोरेन ने मुख्यमंत्री आवास पर झारखंड मुक्ति मोर्चा विधायक दल की अहम बैठक बुला ली है। इसकी अध्यक्षता खुद सीएम हेमंत सोरेन करेंगे। जानकारी के अनुसार, यह बैठक आज  शाम साढ़े चार बजे होगी।दरअसल, नए साल के पहले दिन ही गांडेय विधानसभा सीट से विधायक सरफराज अहमद ने इस्तीफा दे दिया था। ऐसे में यह कयास लगाया जा रहा था कि इस सीट से मुख्यमंत्री अपनी पत्नी को चुनाव लड़ा सकती हैं।

कल्पना को सीएम बनाने की चर्चा क्यों?

झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन द्वारा पार्टी विधायक दल की बैठक बुलाने के बाद से सियासी गलियारों में सीएम की पत्नी को नया सीएम बनाने की चर्चा जोर पकड़ने लगी है. दरअसल, सीएम सोरेन पर भूमि घोटाला मामले में ED शिकंजा और ज्यादा कसने के संकेत मिले हैं. यही वजह है कि उन्होंने विधायक दल की बैठक आज  बुलाई है. इस बीच गिरिडीह के गांडेय से जेएमएम विधायक सरफराज अहमद ने भी अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक आज  की बैठक में झारखंड की राजनीति पर चर्चा हो सकती है. कयास लगाए जा रहे हैं कि विधायक दल की बैठक में सहमति बनी तो हेमंत सोरेन अपनी पत्नी को कल्पना सोरेन को सीएम पद की जिम्मेदारी सौंप सकते हैं.

सीएम को है जेल जाने के डर

दूसरी तरफ झारखंड में जारी सियासी चर्चाओं के बीच बीजेपी नेता बाबूलाल मरांडी ने हेमंत सोरेन सरकार पर निशाने पर लेते हुए पोस्ट एक्स में लिखा है कि झारखंड में भी बिहार की तरह जंगल राज है. प्रदेश में फिर से जेएमएम के नेता पुराने दौर को दोहराने का प्रयास कर रहे हैं. उन्होंने चारा घोटालेबाज लालू प्रसाद का जिक्र करते हुए कहा है कि जब उनके सारे पैंतरे फेल हो गए तो राबड़ी देवी को 'खडाऊं मुख्यमंत्री' बनाकर वह जेल चले गए. अब सीएम हेमंत सोरेन ईडी द्वारा गिरफ्तारी की आशंका और जेल जाने के डर से पत्नी को सीएम बनाना चाहते हैं.

कल्पना सोरेन के नेता बनने में नहीं आएगी कोई अड़चन

इससे पहले जेएमएम विधायक सरफराज अहमद ने विधानसभा सदस्यता से त्यागपत्र दे दिया है। उनके त्यागपत्र को स्पीकर ने तत्काल प्रभाव से स्वीकार कर लिया। इसके बाद से ही कयास लगाए जाने लगे कि सीएम हेमंत सोरेन अपनी पत्नी कल्पना सोरेन के हाथों में सत्ता सौंप सकते हैं। उनको विधायक दल का नेता चुनने मंे भी किसी तरह की अड़चन नहीं आएगी।

बाबूलाल मरांडी के दावे से नई बहस शुरू हुई

इधर, बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने महाराष्ट्र हाईकोर्ट के एक निर्णय का हवाला देते हुए कहा कि जिस राज्य में विधानसभा चुनाव होने में एक साल का समय बाकी रह जाता है, ऐसी स्थिति में वहां कोई सीट खाली होने पर विधानसभा उपचुनाव नहीं कराया जा सकता। उन्होंने कहा कि गांडेय सीट खाली हुई है और वहां से सीएम हेमंत सोरेन अपनी पत्नी को चुनाव लड़ाना चाहते हें, तो ऐसा संभव नहीं हैं। बाबूलाल मरांडी ने कहा कि हेमंत सोरेन अपनी पत्नी को सीएम बनाना चाहते हैं, तो बड़ी गलती करेंगे। ऐसा संभव नहीं हो पाएगा,क्योंकि उनके विधायक बनने में कानूनी अड़चन है। बीजेपी इसे रोकने के लिए राज्यपाल से भी मुलाकात करेगी।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button