एमपी कांग्रेस को 8 महीने बाद भी प्रदेश कार्यकारिणी का इंतजार
भोपाल
मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी को लगातार विधानसभा और लोकसभा चुनाव में मिली बड़ी हार के बाद पार्टी संगठन को मजबूत करने अलग-अलग प्रयोग करती नजर आ रही है। विधानसभा चुनाव हारने के बाद कमलनाथ के स्थान पर प्रदेश अध्यक्ष की कमान जीतू पटवारी को दी गई है।हालांकि प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी 8 महीने में अभी तक अपनी कार्यकारिणी की घोषणा नहीं कर पाए हैं । जबकि राष्ट्रीय स्तर पर जमावट शुरू हो चुकी है। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव और मप्र के प्रभारी भंवर जितेंद्र सिंह ने मध्यप्रदेश में कांग्रेस संगठन में कसावट लाने के लिए जिलों के साथ-साथ अन्य जिम्मेदारियां प्रदेश के प्रभारी सचिवों और संयुक्त सचिवों को सौंपी है। इन्हें जिलों का प्रभार सौंपने के साथ संगठन के अन्य कार्यों के लिए भी जिम्मेदार बनाया गया है। उन्होंने संजय दत्त, चंदन यादव, आनंद चौधरी, रणविजय सिंह को जिलों का प्रभार दिया है। यह जानकारी प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष संगठन प्रभारी राजीव सिंह ने दी।
जाने किसको कौन से जिले की मिली जिम्मेदारी
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव मप्र प्रभारी चंदन यादव को श्योपुर, मुरैना, भिंड, दतिया, ग्वालियर, शिवपुरी, गुना, अशोक नगर, विदिशा, रायसेन, सागर, छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी, दमोह, पन्ना और जबलपुर जिले की जिम्मेदारी सौंपी गई हैं। यादव के साथ समन्वय के लिए युवा कांग्रेस और इंटक को भी शामिल कर जिम्मेदारी सौंपी गई है। जबकि आनंद चौधरी को रतलाम, मंदसौर, नीमच, राजगढ़, सीहोर, होशंगाबाद, बैतूल, छिंदवाड़ा, नरसिंहपुर, सिवनी, बालाघाट, मंडला, डिण्डौरी, अनूपपुर आदि जिलों की जिम्मेदारी सौंपी गई है। मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के सभी विभागों और प्रकोष्ठों को भी इन जिलों में समन्वय हेतु चौधरी के साथ जोड़ा गया है।
अभा कांग्रेस के सचिव मप्र प्रभारी रणविजय सिंह लोचभ को कटनी, सतना, रीवा, सीधी, सिंगरौली, शहडोल और उमरिया की जिम्मेदारी सौंपी गई है। सिंह के साथ समन्वय हेतु एनएसयुआई और सोशल मीडिया को भी जिम्मेदारी सौंपी गई है।अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव मप्र प्रभारी संजय दत्त को एमपी के झाबुआ, अलीराजपुर, बड़वानी, धार, खरगोन, खंडवा, बुरहानपुर, हरदा, भोपाल, शाजापुर, आगर मालवा, उज्जैन, देवास, इंदौर जिले की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इन जिलों में दत्त के साथ समन्वय बनाने के लिए प्रदेश कांग्रेस, महिला कांग्रेस और सेवादल को भी शामिल किया गया है।