ऋ षि परंपरा के बल पर भारत का बजता है डंका : जगदीश धनखड़
धर्मनगरी चित्रकूट मे उपराष्ट्रपति का हुआ आत्मीय स्वागत
चित्रकूट। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ शनिवार को धर्मनगरी चित्रकूट पहुंचे। उपराष्ट्रपति ने कहा कि चारों तरफ अशांति और व्यक्ति के जीवन में तरह-तरह की कठिनाइयां हैं लेकिन भारत देश में इन सब कठिनाइयों को दूर करने के लिए ऋ षि परंपरा ही समाधान है। देश के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ चित्रकूट जिले पहुंचे। राज्य मंत्री प्रतिमा बागरी ने पुष्प गुच्छ भेटकर उनका स्वागत किया।चित्रकूट में अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी का उद्घाटन करने के लिए उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ जगतगुरु रामभद्राचार्य दिव्यांग राज्य विश्वविद्यालय पहुंचे।
जगतगुरु रामभद्राचार्य ने अपने संबोधन में कहा कि वे त्रिवेणी हैं और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू उन्हें बड़ा भाई मानती हैं, जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उनके मित्र हैं और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ उनके भाई हैं। वहीं उपराष्ट्रपति ने कहा कि भारत ऋ षि परंपरा का देश है। यहां पर सप्त ऋ षियों की पूजा होती रही है। भारत का इसी परंपरा के बल पर डंका बजता है। चारों तरफ अशांति और व्यक्ति के जीवन में तरह-तरह की कठिनाइयां हैं लेकिन भारत देश में इन सब कठिनाइयों को दूर करने के लिए ऋ षि परंपरा ही समाधान है।