मध्य प्रदेश हुआ पानी-पानी, 45 जिलों में बारिश का अलर्ट, इंदौर और शहडोल में स्कूलों की छुट्टी
इंदौर
दो दिन कि बादलों की लुकाछिपी के बाद अचानक शुक्रवार दोहपर इंदौर शहर में झमाझम बारिश हुई। तीन घंटे कि बारिश में शहर तालाब में बदल गई। कई दोपहिया व चार पहिया वाहन सड़कों पर बंद दिखाई दिए। निचली बस्तियों के घरों में गंदा पानी भर गया। वहीं, विजय नगर थाना में भी पानी भर गया। थाने में जवानों और अफसरों को पानी के बीच बैठ कर करना पड़ा।
भारी बारिश को देखते हुए इंदौर प्रशासन ने शनिवार को स्कूल बंद रखने का आदेश जारी किया है। कलेक्टर के आदेश के मुताबिक, इंदौर में आंगनवाड़ी से लेकर 12वीं तक के सभी स्कूल 24 अगस्त को बंद रहेंगे। इसके साथ ही कलेक्टर ने इंदौर के लोगों से भारी बारिश से सतर्क रहने का आह्वान किया है।
शहर भर की व्यवस्था का दावा करने वाले निगम अफसर अपने ही मुख्यालय के आसपास बेहतर इंतजाम करने में नाकारा साबित हो रहे हैं। तेज बारिश से निगम मुख्यालय के बाहर सीवरेज का गंदा पानी सड़कों पर भर गया। राजबाड़ा के साथ नंदा नगर, पलासिया, बड़ा गणपति, अन्नपूर्णा, बीआरटीएस, महूनाका क्षेत्र में भी सड़कों पर पानी भरा रहा। शहर के कई क्षेत्रों में सड़कों पर भरे पानी के कारण दो व चार पहिया वाहन बंद हो गए। बीआरटीएस और पलासिया क्षेत्र में तो गाड़ियां बंद होने से लोग परेशान होते रहे। सड़क पर जगह-जगह लोग गाड़ियां धकेलते नजर आए। कई लोगों ने सड़कों पर जलभराव की वजह से निगम के प्रति नाराजगी भी जताई।
तेज बारिश होने से शहर की अधिकतर सड़कों पर दो से तीन घंटे तक वाहन चालक जाम में फंसे रहे। राजबाड़ा, विजय नगर, खजराना, पलासिया समेत कई क्षेत्रों में लंबा जाम लगा। लोग घंटों जाम में फंसे रहने के बाद जैसे-तैसे निकले। ट्रैफिक पुलिस भी कहीं नजर नहीं आई। सभी चौराहों पर वाहनों के गुत्थमगुत्था होने की स्थिति बनी रही। विजय नगर, सत्यसांई, खजराना, मालवा मिल से पाटनीपुरा, सरवटे बस स्टैंड, जूनी इंदौर रेलवे पुल के नीचे भारी मात्रा में पानी जमा हो गया।
शहर में अब तक औसत बारिश का आंकड़ा भी पूरा नहीं हुआ है। जुलाई और अगस्त में बारिश की कमी रहने से अब तक आंकड़ा 17 इंच के करीब ही पहुंच सका, जबकि शहर को औसत करीब 36 इंच बारिश की जरूरत होती है।
नगर निगम अफसरों की लापरवाही से एमटीएच कंपाउड में सिटी बस स्टॉप के सामने बारिश का पानी भरा हुआ है, जबकि दवा बाजार में लाइन सुधार के नाम पर गड्ढा खोदकर छोड़ दिया गया। इस मार्ग पर जगह-जगह हो रहे गड्ढों की वजह से वाहन चालक परेशान हो रहे हैं। हाल ही में हुई बारिश से शहर के हालात बद से बदतर हो गए हैं। घरों में पानी सप्लाई नहीं हो रहा है। ड्रेनेज चोक होकर गंदगी उगल रहे हैं। सड़कों पर गंदा पानी भरा हुआ है। विकास के नाम पर जगह-जगह गड्ढे खोद दिए गए हैं। फिर भी स्वच्छता के मामले में देशभर में इंदौर अपना परचम फहराने की तैयारी कर रहा है।
शहडोल में आफत की बारिश, पहली से आठवीं तक बच्चों की छुट्टी
शहडोल जिले में आफत वाली बारिश से लोग तो परेशान है. अब इस बारिश को देखते हुए कलेक्टर डोक्टर केदार सिंह ने शहडोल जिले के पहले से आठवीं कक्षा तक के सभी शासकीय एवं अशासकीय विद्यालयों में अवकाश घोषित कर दिया है. उन्होंने कहा है कि, ''सभी शिक्षक विद्यालय पहुंचकर शासकीय कार्य संपादित करेंगे लेकिन बच्चों की छुट्टी रहेगी. बता दें कि रात भर हुई झमाझम बरसात से चारों ओर पानी ही पानी हो गया है. आलम यह है कि लोगों के घरों में पानी घुस चुका है. इसके अलावा खेत खलियान सभी पानी से डूब चुके हैं तालाब नदी सभी उफान पर चल रहे हैं.
विजयनगर थाने में घुसा पानी
मौसम विभाग के मुताबिक, इंदौर शहर में शुक्रवार को करीब 3 इंच बारिश हुई है. सुबह से ही बारिश के आसार थे, हालांकि मौसम विभाग ने पश्चिमी मध्य प्रदेश के विभिन्न जिलों में हल्की और भारी बारिश की चेतावनी दी थी, जिसके बाद 11 बजे से शुरु हुई तेज बारिश का दौर देर रात तक जारी रहा. इस दौरान शहर के निचले इलाकों में पानी भर गया. वहीं सड़कों से पानी की पर्याप्त निकासी नहीं होने के कारण सड़कें भी नदी में तब्दील होती नजर आई. वहीं पानी निकालने के लिए नगर निगम की टीम को मोर्चा संभालना पड़ा. जल भराव की स्थिति के कारण इंदौर के विजयनगर थाने में पानी घुस गया. जिसके कारण पुलिसकर्मियों को भी जरूरी कागजात सहित इलेक्ट्रॉनिक सामान को दूसरी जगहों पर शिफ्ट करना पड़ा.
खोला गया यशवंत सागर डैम का गेट
इंदौर जिला प्रशासन और पुलिस ने बारिश के मद्देनजर अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं. इधर लगातार हो रही बारिश के कारण कलेक्टर आशीष सिंह ने शनिवार 24 अगस्त को इंदौर जिले के समस्त आंगनवाड़ी केंद्रों और शासकीय व अशासकीय स्कूलों की छुट्टी घोषित की है. वहीं यशवंत सागर डैम के गेट खोलने पड़े हैं. रात 9 बजे यहां जलस्तर बढ़ने के कारण यशवंत सागर डैम का एक गेट खोलना पड़ा. जिसको लेकर नागरिकों को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं.