राजनीति

‘जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 को वापस लाना चाहती है कांग्रेस’, गठबंधन पर स्मृति ईरानी का बड़ा हमला

श्रीनगर
जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव को देखते हुए कांग्रेस ने फारूक अब्दुल्ला की पार्टी नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) के साथ गठबंधन किया है। इस गठबंधन पर पूर्व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा है। इसके साथ ही उन्होंने एनसी के घोषणा पत्र पर कई सवाल उठाए हैं। उन्होंने कांग्रेस से कई तीखे सवाल भी पूछे हैं। इससे पहले केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने एनसी के साथ गठबंधन पर कांग्रेस से 10 तीखे सवाल किए थे। स्मृति ईरानी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कांग्रेस पर हमला किया है। उन्होंने कहा कि सत्ता के लालच में कांग्रेस ने इस कृत्य को अंजाम दिया है।
 
'क्या एनसी के वादे का समर्थन करती है कांग्रेस'
उन्होंने कहा कि एनसी ने जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 को दोबारा वापस लाने का वादा किया है। न सिर्फ जम्मू-कश्मीर में बल्कि पूरे राष्ट्रभर में अशांति का माहौल लाने का दुस्साहस करेंगे। अनुच्छेद 370 को फिर से लाना ही कांग्रेस की मंशा है? क्या कांग्रेस जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद को बढ़ावा देना चाहती है? क्या कांग्रेस पार्टी एनसी के वादे का समर्थन करती है?

अमित शाह ने राहुल गांधी से पूछे 10 सवास
    क्या कांग्रेस नेशनल कॉन्फ्रेंस के जम्मू-कश्मीर के लिए अलग झंडे के वादे का समर्थन करती है?
    क्या राहुल गांधी और कांग्रेस अनुच्छेद 370 और 35ए को फिर से बहाल करने और जम्मू-कश्मीर को अशांति और आतंकवाद के युग में वापस धकेलने के एनसी के फैसले का समर्थन करती है?
    क्या कांग्रेस कश्मीर के युवाओं के बजाय पाकिस्तान के साथ बातचीत करके फिर से अलगाववाद को बढ़ावा देने का समर्थन करती है?
    क्या कांग्रेस और राहुल गांधी पाकिस्तान के साथ 'एलओसी व्यापार' शुरू करने के नेशनल कॉन्फ्रेंस के फैसले का समर्थन करती है, जिससे सीमा पार आतंकवाद और उसके पारिस्थितिकी तंत्र को बढ़ावा मिलता है?
    क्या कांग्रेस आतंकवाद और पथराव में शामिल लोगों के रिश्तेदारों को सरकारी नौकरियों में बहाल करने का समर्थन करती है, जिससे आतंकवाद और उग्रवाद का युग वापस आ जाएगा?
    गठबंधन ने कांग्रेस पार्टी के आरक्षण विरोधी रुख को उजागर कर दिया है। क्या कांग्रेस दलितों, गुज्जरों, बकरवालों और पहाड़ी समुदायों के लिए आरक्षण समाप्त करने का समर्थन करती है?
    क्या कांग्रेस चाहती है कि 'शंकराचार्य हिल' को 'तख्त-ए-सुलेमान' और 'हरि हिल' को 'कोह-ए-मारन' के नाम से जाना जाए?
    क्या कांग्रेस जम्मू-कश्मीर की अर्थव्यवस्था को फिर से भ्रष्टाचार में धकेलने और चुनिंदा पाकिस्तान समर्थित परिवारों को सौंपने की राजनीति का समर्थन करती है?
    क्या कांग्रेस पार्टी जेकेएनसी की जम्मू और घाटी के बीच भेदभाव की राजनीति का समर्थन करती है?
    क्या कांग्रेस पार्टी और राहुल गांधी कश्मीर को स्वायत्तता देने की जेकेएनसी की विभाजनकारी राजनीति का समर्थन करते हैं?

 

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button