पीठाधीश्वर महामंडलेश्वर मधुसुधनानंदजी महाराज के 5100 पीपल के पौधों के रोपण का संकल्प अनुकरणीय : मंत्री विजयवर्गीय
- रतलाम के सेमलिया धाम को और अधिक विकसित करेंगे : नगरीय विकास मंत्री विजयवर्गीय
- पीठाधीश्वर महामंडलेश्वर मधुसुधनानंदजी महाराज के 5100 पीपल के पौधों के रोपण का संकल्प अनुकरणीय : मंत्री विजयवर्गीय
- माँ अन्नपूर्णा शक्तिपीठ सेमलिया धाम को और अधिक विकसित किया जायेगा- मंत्री कैलाश विजयवर्गीय
- “एक पौधा माँ के नाम’’ कार्यक्रम में अतिथियों ने किया पौध-रोपण
रतलाम
नगरीय विकास एवं आवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा है कि रतलाम जिले के माँ अन्नपूर्णा शक्तिपीठ सेमलिया धाम को और अधिक विकसित किया जायेगा। इसके लिये उन्होंने जन-प्रतिनिधियों से विकास कार्यों के प्रस्ताव राज्य शासन को भेजने का आग्रह किया। मंत्री विजयवर्गीय बुधवार को सेमलिया में “एक पौधा माँ के नाम’’ समारोह को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर तिजारा (राजस्थान) विधायक महंत बालकनाथजी, मधुसुधनानंदजी, संतप्रकाशनाथजी महाराज, संतउमेशनाथजी महाराज, सांसद सुधीर गुप्ता, विधायक डॉ. राजेंद्र पांडे, विधायक हरदीप सिंह डंग, विधायक चंदर सिंह सिसोदिया सहित जन-प्रतिनिधियों ने परिसर में पीपल के पौधों का रोपण किया।
मंत्री विजयवर्गीय ने कहा कि अन्नपूर्णा शक्ति पीठ के पीठाधीश्वर महामंडलेश्वर मधुसुधनानंदजी महाराज के 5100 पीपल के पौधों के रोपण का संकल्प अनुकरणीय है। भारतीय संस्कृति में पीपल के पेड़ का अत्यधिक महत्व है। उन्होंने कहा कि संतों के साथ सत्संग मनुष्य के लिये सौभाग्यशाली होता है, संत की तपस्या और उनका जप-तप जंगल को मंगल बना देता है। अतिथियों ने परिसर में गुरूकुल का शिलान्यास भी किया। कार्यक्रम में अन्नपूर्णा शक्तिपीठ सेमलिया धाम पीठाधीश्वर मधुसुधनानंदजी ने अपने उद्बोधन में धर्म, आध्यात्म और गुरु-शिष्य परम्परा का उल्लेख किया। कार्यक्रम का संचालन पूर्व विधायक यशपाल सिंह सिसोदिया ने किया। आभार के.के. सिंह कालूखेड़ा ने माना।