शिक्षक बहाली: तीन सूत्री मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे 292 गांवो के अभिभावक
गिरिडीह
गिरिडीह के डुमरी प्रखंड के 53 विद्यालयों में शिक्षकों का स्थानांतरण दूसरे जिले होने कारण एवं इन विद्यालयों में शिक्षकों की पुनर्स्थापना नही होने कारण इनमें पठन पाठन बिल्कुल ठप हो चुका है जिसके मद्देनजर झारखंड प्रदेश अभिभावक संघ के बैनर तले 292 गांवो के अभिभावक अपनी तीन सूत्री मांगों को लेकर डुमरी अनुमंडल कार्यालय के मुख्य द्वार के सामने अनिश्चितकालीन धरना में बैठ गए है। इसकी अगुवाई झारखंड प्रदेश अभिभावक संघ के प्रदेश अध्यक्ष रामेश्वर महतो कर रहे हैं।
इस संबंध में प्रदेश अध्यक्ष रामेश्वर महतो ने कहा कि सरकार की गलत नीतियों के कारण 53 विद्यालय के 53 शिक्षकों का स्थानांतरण दूसरे जिले में कर दिया गया है, लेकिन अभी तक 53 शिक्षकों की बहाली नहीं हो पाई है जिसके कारण उन विद्यालयों में पठन-पाठन बिल्कुल बाधित हो चुका है जिसका खामियाजा उन विद्यालय में पढ़ने वाले छात्राओं को भुगतना पड़ रहा है और वहीं इन विद्यालयों के अभिभावक गण भी इस विषय पर चिंतित है परंतु सरकार अथवा शिक्षा विभाग की ओर से अभी तक इस विषय पर उदासीनता ही दिखाई है जिसके कारण अभिभावकों के साथ धरना में हम लोगों को बैठना पड़ा। रामेश्वर महतो ने कहा कि हम अभिभावक संघ के माध्यम से शिक्षा विभाग से तीन सूत्री मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन धरना में बैठे हैं जिसमें पहले जिन 53 शिक्षकों का स्थानांतरण हुआ है उन शिक्षकों के बदले पुनः 53 शिक्षकों को पुनर्स्थापित किया जाए तथा प्रखंड क्षेत्र में कई ऐसे विद्यालय हैं जिसमें मात्र एक शिक्षक के ही भरोसे विद्यालय का संचालन होता है और बच्चों को पढाने से लेकर के सरकारी कार्य एवं खिचड़ी बांटने तक का काम उन्ही शिक्षकों पर रहता है। फल स्वरूप विद्यालय का पठन-पाठन का कार्य बाधित होता है।
रामेश्वर महतो ने कहा कि जिन विद्यालयों में एक शिक्षक हैं उनमें विद्यार्थियों के अनुसार शिक्षकों की बहाली की जाए। उन्होंने कहा कि डुमरी प्रखंड ही नहीं बल्कि पूरे गिरिडीह जिले में जितने भी सरकारी विद्यालय हैं, किसी में भी शिक्षक की बहाली नहीं हुई है जिसके कारण बच्चों को विषयवार पढ़ाई करने में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। उन्होंने मांग करते हुए कहा कि शिक्षा विभाग अभिलंब पूरे जिले के सरकारी विद्यालयों में शिक्षकों की बहाली अभिलंब करें। उन्होंने बताया कि अगर विभाग और सरकार हमारी मांगो को पूरा नहीं करती है तो डुमरी प्रखंड के 292 विद्यालय के छात्राओं के माता-पिता अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे रहेंगे।