मध्यप्रदेश

महाराजा मार्तंड सिंह जूदेव व्हाइट टाइगर सफारी एंड जू देशी-विदेशी पर्यटकों के आकर्षण का केन्द्र बनेगा :उप-मुख्यमंत्री शुक्ल

भोपाल

उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल ने कहा है कि मुकुन्दपुर का महाराजा मार्तंड सिंह जूदेव व्हाइट टाइगर सफारी एंड जू देशी-विदेशी पर्यटकों के आकर्षण का केन्द्र बनेगा। रीवा और सतना में हवाई सुविधा प्रारंभ होने पर यह सफारी खजुराहो और बनारस से सीधे पर्यटक सर्किट में जुड़ जायेगा। उप मुख्यमंत्री शुक्ल महाराजा मार्तंड सिंह जूदेव व्हाइट टाइगर सफारी एंड जू मुकुंदपुर में 3 करोड़ की लागत से निर्मित “वॉक इन एवियरी“ का लोकार्पण समारोह को संबोधित कर रहे थे।

इस एवियरी में लगभग एक करोड़ की लागत से करीब एक हजार से अधिक प्रजाति के विदेशी पक्षियों को रखे जाने की व्यवस्था की जायेगी। कार्यक्रम में सांसद सतना गणेश सिंह, सांसद रीवा जनार्दन मिश्र, पूर्व मंत्री रामखेलावन पटेल, जन-प्रतिनिधि, प्रशासनिक एवं विभागीय अधिकारी सहित बड़ी संख्या में नागरिक उपस्थित रहे।

उप मुख्यमंत्री शुक्ल ने कहा कि व्हाइट टाइगर सफारी मुकुन्दपुर जैसा चिडिया घर और सफारी का प्राकृतिक रूप से कॉम्बिनेशन और कही नहीं दिखता है। उन्होंने कहा कि गुजरात के केवड़िया के बाद देश की यह दूसरा एवियरी है। उन्होंने कहा कि विंध्य क्षेत्र में प्राकृति सौंदर्य की कमी नहीं है और यहां पर्यटन की अपार संभावनाएँ है।

उप मुख्यमंत्री ने कहा कि मुकुन्दपुर व्हाइट टाइगर सफारी में अभी वार्षिक रूप से लगभग साढ़े तीन लाख पर्यटक आते हैं। व्हाइट टाइगर सफारी की ब्राडिंग और आकर्षण बढाकर इसे 10 लाख पर्यटकों तक बढाया जायेगा। उप मुख्यमंत्री शुक्ल ने कहा कि लगभग 46 साल बाद सफेद शेर हमारी विंध्य की धरती पर लौटा है। इनके विकास के लिए गोविन्दगढ में व्हाइट टाइगर सहित रायल टाइगर, यलो टाइगर और बब्बर शेर के भी ब्रिडिंग सेंटर बनाने के प्रयास किये जायेंगे।

उप मुख्यमंत्री शुक्ल ने कहा कि व्हाइट टाइगर सफारी के प्राथमिक चरण में 40 बाड़े विभिन्न प्रजाति के वन्य प्राणी पशु-पक्षियों के लिए बनाये जाने थे, जिनमें 450 वन्यप्राणी लाये जाने का लक्ष्य रखा था। उन्होंने कहा कि रेपटाइल बाड़ा ही बनकर तैयार हो चुका है। इसमें सरीसृप वर्ग के जीव-जंतु रखे जायेंगे। अब तक व्हाइट टाइगर में 250 विभिन्न प्रजाति के वन्य प्राणी आ चुके हैं। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी भी क्षेत्र के संपूर्ण विकास के लिए हरित क्रांति, पर्यटन क्रांति और औद्योगिक क्रांति जरूरी होती है। विंध्य क्षेत्र इन तीनों क्रांतियों के साथ हिन्दुस्तान का सबसे शक्तिशाली और समृद्धशाली क्षेत्र बनेगा।

उल्लेखनीय है कि व्हाइट टाइगर सफारी में वाक इन एवियरी का निर्माण 2 वर्ष पहले शुरू किया गया था। 3200 वर्ग मीटर के क्षेत्रफल में 14 मीटर ऊँचाई के इस डोम के आकर की संरचना का एग्जाटिक स्ट्रेक्चर यूनिक और देश की सर्वश्रेष्ठ एवियरी में शामिल है। एवियरी के लिए 14 लाख के विदेशी पक्षी अडानी ग्रुप और 6 लाख रूपये के अल्ट्राटेक ने प्रदान किये है। एनटीपीसी और एनसीएल द्वारा लगभग 80 लाख रूपये के विदेशी पक्षी एवियरी के लिये दिये जायेंगे। गत सप्ताह यहां 18 विदेशी पर्यटक ताइवान और थाईलैण्ड देश के आ चुके हैं, जिन्होंने व्हाइट टाइगर सफारी की मुक्त कंठ से प्रशंसा की है। व्हाइट टाइगर सफारी की ब्राडिंग के लिए ताज होटल ग्रुप और वाराणसी, प्रयागराज, खजुराहो की एयर कनेक्टविटी के प्रयास किये जा रहे हैं।

 

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