भारतीय संस्कृति एक सूत्र में इस वजह से बंधी है क्योंकि भगवान राम प्रत्येक भारतीय के मन में बसे हैं- मंत्री उदय प्रताप सिंह
भोपाल
स्कूल शिक्षा मंत्री उदय प्रताप सिंह ने कहा है कि भारतीय संस्कृति एक सूत्र में इस वजह से बंधी है क्योंकि भगवान राम प्रत्येक भारतीय के मन में बसे हैं। उन्होंने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति की सुबह भगवान राम से शुरू होती है और रात्रि विश्राम से पहले भगवान राम पर ही समाप्त होती है। स्कूल शिक्षा मंत्री सिंह भोपाल के श्यामला हिल्स स्थित मानस भवन में तुलसी जयंती समारोह को संबोधित कर रहे थे। राम कथा 13 अगस्त से 17 अगस्त तक प्रतिदिन शाम 6.30 बजे से पूज्य दीदी मंदाकिनी रामकिंकर जी के श्रीमुख से होगी। कार्यक्रम के बाद पूज्य दीदी ने रामकथा की।
स्कूल शिक्षा मंत्री सिंह ने कहा कि भोपाल का तुलसी मानस भवन अध्यात्म और सनातन का स्थाई पता है। भोपाल के नागरिक इसे चिरस्थायी बनाने के लिये पूरे श्रद्धाभाव से काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि युवा पीढ़ी को भगवान राम की महिमा और रामचरित मानस से अवगत कराना बेहद जरूरी है। उन्होंने कहा कि भगवान राम के नाम से हमारे बड़े से बड़े कार्य अच्छी तरह संपन्न हो जाते हैं। कार्यक्रम में स्कॉलर होम स्कूल की छात्रा वृंदा जेठा ने राम नाम की महिमा पर विचार व्यक्त किये। छात्र वृंदा ने कहा कि भगवान राम का चरित्र प्रत्येक भारतीय की ताकत है। मर्यादा पुरूषोत्तम राम एक पुत्र, एक भाई एवं अन्य रूपों में अपनी मर्यादा का परिचय देते हैं। वह प्रत्येक भारतीय के लिये अनुकरणीय है। बगैर राम नाम के जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती है।
तुलसी मानस संस्थान के कार्यकारी अध्यक्ष एवं पूर्व सांसद रघुनंदन शर्मा ने संस्थान की गतिविधियों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पंडित रामकिंकर उपाध्याय जी का यह जन्म शताब्दी वर्ष है। पूज्य दीदी मंदाकिनी रामकिकंर जी की श्रीराम कथा का यह रजत जयंती वर्ष है। तुलसी जयंती समारोह में 8 अगस्त को स्कूल के छात्रों की तात्कालिक भाषण प्रतियोगिता, 11 अगस्त को महाविद्यालयीन छात्रों की प्रतियोगिता, 12 अगस्त को पुरस्कार वितरण एवं संस्मरण सुनाये गये। कार्यक्रम का संचालन कमलेश जेमिनी ने किया। कार्यक्रम में सचिव कैलाश जोशी, देवेन्द्र कुमार रावत, प्रभुदयाल मिश्र, विजय अग्रवाल एवं बड़ी संख्या में धर्मप्रेमी उपस्थित थे।