वन विहार में पोलार्ड वाक पद्धति से किया जा रहा सर्वे, अबतक 27 प्रजातियां हुईं चिह्नित
भोपाल
झीलों की नगरी भोपाल की जैव विविधता को जानने के लिए भोज वेटलैंड में तितलियां की गणना शुरू हो गई है। यह गणना बारिश के मौसम में शुरू होती है, जो कि नवबंर तक जारी रहती है। वन विहार में भोपाल बर्ड्स के तत्वावधान मे तितली सर्वे का पहला चरण आयोजित किया गया। इस सर्वे में तितलियों की 27 प्रजातियों को चिह्नित किया गया।
इस सर्वे में तितलियों पर कार्य करने वाले शोधकर्ताओं, विधार्थियों एवं विज्ञानियों ने भाग लिया। वन विहार के विभिन्न क्षेत्रों में प्रतिभागियों द्वारा आयोजित यह सर्वे पोलार्ड वाक पद्धति से किया। सर्वे के बाद उद्यान में पाई जाने वाली विभिन्न प्रजातियों एवं उनकी संख्या को एकत्रित कर रिपोर्ट बनाने कार्य किया जाएगा।
सर्वे की यह खासियत
राष्ट्रीय उद्यान के तितली सर्वे के प्रथम चरण में लगभग 27 प्रजातियों को चिह्नित किया गया। इस सर्वे की खास बात यह है कि इसमें तितलियों के जीवन चक्र जैसे अंडे, कैटरपिलर, प्यूपा आदि को भी क्षेत्र वार चिह्नित किया जा रहा है एवं इनके होस्ट और नेक्टर प्लांट की सूची भी तैयार की जा रही है। सर्वे में स्रोत व्यक्ति के रूप में डा. संगीता राजगीर एवं मो. खालिक उपस्थित रहे। इस दौरान सुनील कुमार सिन्हा, सहायक संचालक, वन विहार राष्ट्रीय उद्यान प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।
ये प्रजातियां चिह्नित
कॉमन टाइगर, स्ट्राइप टाइगर, कामन क्रो, कामन ग्रास येलो, कामन जेजेबेल, पीकॉक पेन्सी, कॉमन लेपर्ड, डिनाइड एग फ्लाई, लाइम बटरफ्लाई, पायनियर, कामन एमिग्रेंट, बेरोनेट, येलो पैन्सी, ब्लू पैन्सी, ग्रे पैन्सी, त्वानी कोस्टर, कामन फोर रिंग, साइक आदि।