विदेश

रूस पाकिस्तान को दे सकता है शाहीन-3 न्यूक्लियर मिसाइल, भारत की बढ़ी टेंशन

नई दिल्ली

हमास के पॉलिटिकल चीफ इस्माल हानिया की हत्या के बाद ईरान इस बात की तैयारी में है कि वो इजरायल पर हमला करे. इजरायल की मदद के लिए अमेरिका ने मिडिल-ईस्ट में कई जगहों पर अपने डिफेंस सिस्टम तैनात कर रखे हैं. एयरक्राफ्ट कैरियर्स, सैनिक, मिसाइलें तैनात कर दी हैं. इजरायल भी जंग के लिए तैयार है.

लेकिन… ईरान की मदद के लिए रूस और पाकिस्तान आगे आए हैं. रूस ने ईरान को कई S-400 एयर डिफेंस सिस्टम दिए हैं. रूस ने ये काम 15 साल बाद किया है. एस-400 दुनिया का सबसे एडवांस एंटी-एयर डिफेंस सिस्टम है. वहीं, पाकिस्तान अपनी सबसे ताकतवर न्यूक्लियर बैलिस्टिक मिसाइल शाहीन-3 ईरान को देने की योजना बना रहा है. आइए जानते हैं पहले पाकिस्तान की शाहीन मिसाइल की ताकत…

पाकिस्तान की शाहीन-3 मिसाइल…

शाहीन-3 (Shaheen-3): ये पाकिस्तान की सबसे खतरनाक मिसाइल है. 19.3 मीटर लंबी इस मिसाइल की रेंज 2750 km है. यानी इजरायल क्या उसके आसपास का बहुत बड़ा इलाका इसकी रेंज में आ जाएगा. यह निर्भर करता है कि वह ईरान इस मिसाइल को अपने किस इलाके से दागता है. यह एक मल्टी स्टेज सॉलिड-फ्यूल रॉकेट पर चलती है. इसकी गति या फिर मारक क्षमता के बारे में किसी भी तरह का खुलासा नहीं किया गया है. पाकिस्तान ने इसका आखिरी परीक्षण 9 अप्रैल 2022 को किया गया था.

रूस का S-400 एयर डिफेंस सिस्टम…  

S-400 एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम आसमान से घात लगाकर आते हमलावर को पलभर में राख कर देता है. S-400 से ईरान आसपास के बड़े इलाके पर नजर रख पाएगा. जैसे ही इजरायल के विमान या मिसाइलें उसके आसमानी क्षेत्र में आएंगे. या आने वाले होंगे. इस सिस्टम का राडार अलर्ट कर देगा. मिसाइल दाग देगा.

S-400 की सबसे खास बात ये है कि इसे कहीं भी मूव करना आसान है. इसलिए इसे आसानी से डिटेक्ट नहीं कर सकते. इसे 8X8 के ट्रक पर माउंट करते हैं. S-400 को नाटो द्वारा SA-21 Growler लॉन्ग रेंज डिफेंस मिसाइल सिस्टम कहा जाता है. माइनस 70 डिग्री तक तापमान में काम करने में सक्षम है.

S-400 मिसाइल सिस्टम में चार तरह की मिसाइलें होती हैं जिनकी रेंज 40, 100, 200 और 400 km तक होती है. यह सिस्टम 100 से लेकर 40 हजार फीट तक उड़ने वाले हर टारगेट को पहचान कर नष्ट कर सकता है. इसका रडार 600 km तक की रेंज में करीब 300 टारगेट ट्रैक कर सकता है. यह सिस्टम मिसाइल, एयरक्राफ्ट या फिर ड्रोन से हुए किसी भी तरह के हवाई हमले से निपटने में सक्षम है.

 

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