बिहार-झारखंड रोड पर गया का पुल तेज बहाव में ध्वस्त
गया.
बिहार में पुल गिरने का सिलसिला जारी है। अब गया के इमामगंज प्रखंड में नदी पर बना पुल पानी के तेज बहाव में टूट गया। कुछ साल पहले ही इस पुल की मरम्मत किया गया था। आज इस पुल ने भी दम तोड़ दिया। मिली जानकारी के मुताबिक, इमामगंज प्रखंड में स्थित मंझौली गांव से झारखंड की ओर जाने वाली लिंक रोड पर बना पुल पानी के तेज बहाव के आगे नहीं टिका और ध्वस्त हो गया। जिसके वजह से दर्जनों गांवों का आवागमन पूरी तरह प्रभावित हो गया है। यह पुल बिहार को झारखंड से जोड़ती है।
बताया जा रहा है कि करीब 13 साल पूर्व मंझौली गांव के समीप झारखंड जाने वाली सड़क पर छलटा पुल का निर्माण कराया गया था। जो आज पानी के तेज बहाव में ध्वस्त हो गया। इसके वजह से मंझौली, कलामी, सेवती, नेवी गांव समेत दर्जनों गांवों का आवागमन पूरी तरह प्रभावित हो गया है। हाल के दिनों में बिहार में कई पुल गिरने की घटनाएं सामने आई है, जिसे लेकर पूरे देश में बिहार के किरकिरी हो रही है। इसके पहले बिहार के कई जिलों में पहले भी पुल ध्वस्त हो गया था। उसके बाद काफी हंगामा हुआ था। अभी भी कई पुल क्षतिग्रस्त हालत में है, जिसकी मरम्मत चल रही है। इस नई घटना के बाद पुल के गुणवत्ता पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
पुल ध्वस्त होने से बिहार सरकार की किरकिरी
लोगों का कहना है कि अंग्रेजों के जमाने के बने कई पुल अभी भी सही सलामत खड़े हैं, लेकिन नए पुल लगातार गिर रहे हैं। इस संबंध में मंझौली पंचायत के मुखिया उत्तमदीप कुमार यादव ने बताया कि मंझौली से झारखंड जाने के रास्ते में एक छलटा पुल का निर्माण कराया गया था। पानी के तेज बहाव के कारण यह पुल नहीं टिकी और ध्वस्त हो गया। जिसके कारण आस पास के दर्जनों गांवों के लोगों को आवागमन में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने बताया कि फिलहाल लोगों की समस्या को देखते हुए अपने फंड से लोगों को आने जाने के लिए मरम्मत कराया जा रहा है। साथ ही उन्होंने जिला प्रशासन से छलटा वाले स्थान पर पुल निर्माण की मांग की है।