उपभोक्ता से नगर निगम एक नहीं बल्कि दो कनेक्शन का जलकर जमा करने के लिए कहा जा रहा है, जनसुनवाई में आया मामला
भोपाल
गौतम नगर में रहने वाले एक उपभोक्ता से नगर निगम एक नहीं बल्कि दो कनेक्शन का जलकर जमा करने के लिए कहा जा रहा है। जबकि वह नियमित रूप से एक कनेक्श का जलकर जमा करता आ रहा है। जब वह शिविर में अपना जलकर जमा करने पहुंचा तो अधिकारियों ने उसे वापस लौटा दिया और कहा कि दो कनेक्शन का जलकर जमा करों तब ही रसीद मिलेगी।वहीं पीडब्ल्यूडी के इंजीनियर द्वारा भुगतान करने के लिए रिश्वत मांगी जा रही है तो एक बत्ती कनेक्शन देने के लिए बिजली कंपनी द्वारा आठ हजार रुपये की मांग की गई है।
उपभोक्ता से निगम मांग रहा 50 हजार रुपये
गौतम नगर निवासी संजय शर्मा ने कलेक्टर जनसुनवाई में आवेदन देते हुए बताय कि उनके नाम से एक नल का कनेक्शन है। जिसका वह प्रति वर्ष जलकर जमा करता है। जब वह 31 जुलाई को वार्ड 13 में अपना जलकर छह हजार 476 जमा करने पहुंचा तो कर्मचारियों ने नहीं लिया। साथ ही कहा गया कि एक अन्य नल कनेक्श कर लगभग 50 हजार रुपये जलकर जमा करना होगा। इस तरह निगम द्वारा जबरदस्ती दो कनेक्शन का कर जमा करने का दबाव बनाया जा रहा है । वहीं ग्राम निपानिया जाट निवासी शारदा बाई ने बताया कि वह मेहनत मजूदरी कर परिवार का जीवन यापन करती है। जब सबने ईंटखेड़ी लांबाखेड़ा विद्युत कार्यालय में एक बत्ती कनेक्शन के लिए आवेदन किया ताे उससे आठ हजार रुपये की मांग की जा रही है। दोनों की शिकायत सुनने के बाद एडीएम ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए हैं।
टीसी और मार्कशीट के बदले निजी स्कूल ने मांगे 19 हजार
जनसुनवाई में पहुंची 10वीं कक्षा की छात्रा पूजा कुशवाहा ने एडीएम को शिकायत की है कि ब्राईट पैरागान स्कूल में वह दसवीं कक्षा में पढ़ती है। अब वह 11वीं कक्षा की पढ़ाई अन्य स्कूल से करना चाहती है। इसके लिए उसने स्कूल से मार्कशीट और टीसी मांग तो प्राचार्य द्वारा 19 हजार रुपये फीस की मांग की जा रही है।
जबकि पूर्व में 13 हजार 500 रुपये फीस बताई थी, जिसमें से साढ़े सात हजार छात्रा ने जमा कर दी थी। वह बाकी राशि जमा करने को तैयार है लेकिन स्कूल प्रबंधन अधिक फीस के लिए दबाव बना रहा है।वहीं ओल्ड सुभाष नगर निवासी रविकांत त्रिपाठी ने शिकायत की है कि नाली निर्माण के कार्य का भुगतान करने के बदले में सीपीए पीडब्ल्यूडी के इंजीनियर संजय श्रीवास्तव द्वारा रिश्वत की मांग की जा रही है। नहीं देने पर भुगतान रुकवा दिया है। एडीएम ने मामले की जांच कर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
16 पुलिस विभाग के मामले भी पहुंचे
एडीएम भूपेंद्र गोयल ने बताया कि जनसुनवाई में वैसे तो पुलिस विभाग से कोई अधिकारी मौजूद नहीं रहता है लेकिन थानों की अपेक्षा लोग यहां पर मामले लेकर पहुंचते हैं। मंगलवार को जनुसनवाई लगभग 16 प्रकरण पुलिस विभाग से संबंधित आए थे।