उत्तर प्रदेश

अयोध्या रेपकांड पर अखिलेश और चाचा शिवपाल का एक ही सुर

अयोध्या
अयोध्या रेप कांड को लेकर यूपी की सियासत गरमा गई है. एक ओर समाजवादी पार्टी बीजेपी सरकार पर हमलावर है. वहीं बीजेपी की ओर से कहा जा रहा है कि इस घटना का आरोपी अयोध्या के सपा सांसद का करीबी है. जहां सपा की ओर से पीड़िता और आरोपी के नार्को टेस्ट की मांग की गई, वहीं डिप्टी सीएम केशव मौर्य ने इसको लेकर 'सैफई परिवार' पर निशाना साधा. अब सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि बदनीयत लोगों का इस तरह की घटनाओं का राजनीतिकरण करने का मंसूबा कभी कामयाब नहीं होना चाहिए.

अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा है, "बलात्कार पीड़िता के लिए सरकार अच्छे-से-अच्छा चिकित्सीय प्रबंध कराए. बालिका के जीवन की रक्षा की ज़िम्मेदारी सरकार की है. माननीय न्यायालय से विनम्र आग्रह है कि स्वत: संज्ञान लेकर स्थिति की संवेदनशीलता और गंभीरता को देखते हुए अपने पर्यवेक्षण में पीड़िता की हर संभव सुरक्षा सुनिश्चित करवाएं. बदनीयत लोगों का इस तरह की घटनाओं का राजनीतिकरण करने का मंसूबा कभी कामयाब नहीं होना चाहिए."

अखिलेश ने की थी DNA टेस्ट की मांग

इससे पहले अखिलेश ने कहा था कि इस मामले में जिन पर भी आरोप लगा है उनका DNA TEST कराकर इंसाफ का रास्ता निकाला जाए न कि केवल आरोप लगाकर सियासत की जाए. जो भी दोषी हो उसे कानून के हिसाब से पूरी सजा दी जाए, लेकिन अगर DNA TEST के बाद आरोप झूठे साबित हों तो सरकार के संलिप्त अधिकारियों को भी न बख्शा जाए. यही न्याय की मांग है.

शिवपाल बोले- केशव मौर्य का भी हो नार्को टेस्ट

इससे पहले सपा के राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल यादव ने भी पीड़िता और आरोपी के नार्को टेस्ट की मांग का समर्थन किया था. शिवपाल ने कहा था, "मैं अयोध्या के घटना की कड़े शब्दों में निंदा करता हूं व साथ ही श्री पवन पांडेय द्वारा किए गए नार्को टेस्ट की मांग का समर्थन भी करता हूं. उपमुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्या का भी नार्को टेस्ट होना चाहिए ताकि यह स्पष्ट हो सके कि संवदेनशील विषयों पर घटिया राजनीति कौन कर रहा है."

केशव मौर्य ने क्या कहा था?

इससे पहले डिप्टी सीएम केशव मौर्य ने ट्वीट कर कहा था कि बलात्कारियों को बचाना सपा की जन्मजात फ़ितरत है. अगर बलात्कारी मुसलमान हो तब पूरा का पूरा सैफई परिवार उसे बचाने के लिए खूंटा गाड़ देता है. उन्होंने आगे लिखा था- सपा होगी सफा. सपा महासचिव ने केशव मौर्य के इसी बयान का पलटवार किया था.  

क्या है अयोध्या की पूरी घटना?

रेप की यह घटना अयोध्या के पूरा कलंदर थाना क्षेत्र की है, जहां 12 साल की एक बच्ची से दुष्कर्म के बाद आरोपियों ने उसका अश्लील वीडियो बना लिया फिर लंबे समय तक उसे ब्लैकमेल करके बारी-बारी रेप करते रहे. इस मामले का खुलासा तब हुआ जब पीड़िता दो महीने की गर्भवती हो गई. आरोप है कि लगभग ढाई महीने पहले पीड़िता खेत से मजदूरी करके लौट रही थी. तभी रास्ते में उसे राजू नामक एक शख्स मिला जिसने उससे कहा कि बेकरी मालिक मोईद खान उसे बुला रहा है.

आरोप है कि मोईद ने उसका बलात्कार किया और राजू ने इसका वीडियो बना लिया. फिर राजू ने भी बच्ची के साथ दुष्कर्म किया. लंबे समय तक दोनों वीडियो के आधार पर ब्लैकमेल करके उसके साथ गंदा काम करते रहे.बच्ची जब 2 महीने की गर्भवती हो गई तब मामला खुला.

पुलिस ने दबाव के बाद लिया एक्शन

इस मामले में पीड़िता के परिजनों ने पुलिस से शिकायत भी की, लेकिन आरोप है कि शुरू में इसपर कोई एक्शन नहीं लिया गया. बाद में जब हिंदू संगठनों के साथ निषाद पार्टी के लोगों ने आक्रोश जताया तो पुलिस ने सपा के भदरसा नगर अध्यक्ष मोईद खान और उसकी बेकरी पर काम करने वाले राजू को गिरफ्तार किया. पीड़िता की मां ने बताया कि जब हम शिकायत लेकर चौकी पर गए तो दारोगा ने हमसे कहा कि राजू का नाम रखिए, लेकिन दूसरा नाम हटा दीजिए. फिर एसपी के दखल के बाद हमारा मामला लिखा गया. हमें आरोपियों के लिए फांसी की सजा चाहिए.

पीड़िता की मां ने सीएम योगी से की मुलाकात

पीड़ित नाबालिग लड़की की मां ने बीते शुक्रवार को लखनऊ में सीएम योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की. इस दौरान सीएम ने सपा नेता मोईद खान समेत अन्य आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई का भरोसा दिया. इसके बाद अब थाना प्रभारी और चौकी प्रभारी पर भी एक्शन हुआ है और आरोपी की संपत्ति की जांच शुरू कर दी गई है.

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल यादव ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने इस घटना की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए पीड़िता, आरोपी और डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य का नार्को टेस्ट कराने की मांग की है.  

शिवपाल ने डिप्टी सीएम केशव मौर्य का नार्को टेस्ट कराने की मांग करते हुए लिखा, "मैं अयोध्या के घटना की कड़े शब्दों में निंदा करता हूं व साथ ही श्री पवन पांडेय द्वारा किए गए नार्को टेस्ट की मांग का समर्थन भी करता हूं. उपमुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्या का भी नार्को टेस्ट होना चाहिए ताकि यह स्पष्ट हो सके कि संवदेनशील विषयों पर घटिया राजनीति कौन कर रहा है."

दरअसल इससे पहले डिप्टी सीएम केशव मौर्य ने ट्वीट कर कहा था कि बलात्कारियों को बचाना सपा की जन्मजात फ़ितरत है. अगर बलात्कारी मुसलमान हो तब पूरा का पूरा सैफई परिवार उसे बचाने के लिए खूंटा गाड़ देता है. उन्होंने आगे लिखा था- सपा होगी सफा. सपा महासचिव ने केशव मौर्य के इसी बयान का पलटवार किया था.  

पवन पांडेय ने क्या मांग की थी?

अयोध्या से पूर्व सपा विधायक और अखिलेश सरकार में मंत्री रहे तेज नारायण पांडेय उर्फ पवन पांडेय ने आरोपी मोईद खान के साथ पीड़िता की मां का भी नार्को टेस्ट करने की मांग की थी. उसके बाद दोनों का डीएनए टेस्ट कराने की मांग भी की थी. शिवपाल यादव ने पवन पांडेय की इसी मांग का समर्थन किया है.

क्या है अयोध्या का पूरा मामला?

रेप की यह घटना अयोध्या के पूरा कलंदर थाना क्षेत्र की है, जहां 12 साल की एक बच्ची से दुष्कर्म के बाद आरोपियों ने उसका अश्लील वीडियो बना लिया फिर लंबे समय तक उसे ब्लैकमेल करके बारी-बारी रेप करते रहे. इस मामले का खुलासा तब हुआ जब पीड़िता दो महीने की गर्भवती हो गई.  

12 वर्षीय बच्ची चार बहनों में सबसे छोटी है, पिता की दो साल पहले ही मृत्यु हो गई है. घर का गुजारा उसकी मां और बहनों के द्वारा मजदूरी से मिले पैसे से चलता है. आरोप है कि लगभग ढाई महीने पहले पीड़िता खेत से मजदूरी करके लौट रही थी. तभी रास्ते में उसे राजू नामक एक शख्स मिला जिसने उससे कहा कि बेकरी मालिक मोईद खान उसे बुला रहा है.

आरोप है कि मोईद ने उसका बलात्कार किया और राजू ने इसका वीडियो बना लिया. फिर राजू ने भी बच्ची के साथ दुष्कर्म किया. लंबे समय तक दोनों वीडियो के आधार पर ब्लैकमेल करके उसके साथ गंदा काम करते रहे.बच्ची जब 2 महीने की गर्भवती हो गई तब मामला खुला.

हिंदू संगठनों के आक्रोश के बाद एक्शन

इस मामले में पीड़िता के परिजनों ने पुलिस से शिकायत भी की, लेकिन आरोप है कि शुरू में इसपर कोई एक्शन नहीं लिया गया. बाद में जब हिंदू संगठनों के साथ निषाद पार्टी के लोगों ने आक्रोश जताया तो पुलिस ने सपा के भदरसा नगर अध्यक्ष मोईद खान और उसकी बेकरी पर काम करने वाले राजू को गिरफ्तार किया. पीड़िता की मां ने बताया कि जब हम शिकायत लेकर चौकी पर गए तो दारोगा ने हमसे कहा कि राजू का नाम रखिए, लेकिन दूसरा नाम हटा दीजिए. फिर एसपी के दखल के बाद हमारा मामला लिखा गया. हमें आरोपियों के लिए फांसी की सजा चाहिए.

 

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