प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पंजाबवासियों को वंदे भारत के रूप में नए साल का तोहफा देने जा रहे
जालंधर
अमृतसर रूट पर देश की सेमी हाई स्पीड ट्रेन वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन चलने का इंतजार अब खत्म हो गया है। रेलवे विभाग ने 30 दिसंबर को अमृतसर से दिल्ली के लिए वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन चलाने का निर्णय लिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पंजाबवासियों को वंदे भारत के रूप में नए साल का तोहफा देने जा रहे हैं।
रेलवे सूत्रों के मुताबिक वंदे भारत उद्घाटनी ट्रेन अमृतसर से 30 दिसंबर सुबह 11 बजे चलकर 11.40 पर ब्यास और 12.12 पर जालंधर कैंट रेलवे स्टेशन पर पहुंचेगी। यहां से 2 मिनट रुकने के बाद 12.14 बजे रवाना हो जाएगी। रास्ते में फगवाड़ा, लुधियाना, अंबाला कैंट स्टेशन पर स्टॉपेज के बाद शाम 5.20 बजे दिल्ली स्टेशन पर पहुंचेगी। उद्घाटन वाले दिन जालंधर कैंट रेलवे स्टेशन पर रेलवे विभाग की ओर से एक सांस्कृतिक कार्यक्रम भी रखा गया है जिसमें स्कूली बच्चे अपनी प्रस्तुति देंगे। इस दौरान सांसद, विधायक और भाजपा के सीनियर नेता भी उपस्थित होंगे। रेलवे अधिकारियों के मुताबिक वंदे भारत एक्सप्रैस शुक्रवार को छोड़कर सप्ताह में 6 दिन चलेगी। इसका अमृतसर से चलने का समय सुबह 8.05 होगा और जालंधर कैंट रेलवे स्टेशन पर 9.12 बजे पहुंचेगी। यह ट्रेन दोपहर 1.30 बजे दिल्ली स्टेशन पर पहुंचेगी।
उन्होंने कहा कि केवल उद्घाटनी ट्रेन के समय ही बदलाव किया गया है। पहले दिन इस ट्रेन में रेलवे अधिकारी, नेतागण और अन्य वी.आई.पी. मुफ्त सफर कर सकेंगे। उनके लिए खाने-पीने की भी व्यवस्था होगी। बताया जा रहा है कि जिस स्टेशन से गण्यमान्य चढेंगे, उन्हें अगले स्टेशन पर उतरना होगा। उद्घाटनी ट्रेन की टिकट कमर्शियल विभाग के अधिकारी देंगे। रेलवे विभाग ने इस ट्रेन का शैड्यूल और नोटिफिकेशन जारी कर दी है जिसमें ट्रेन का नंबर, स्टॉपेज और समय सारणी भी दी गई है। इस ट्रेन में 8 कोच होंगे। आज या कल तक इस ट्रेन की बुकिंग शुरू होने की संभावना है।
अमृत भारत योजना में है कैंट रेलवे स्टेशन
वहीं दूसरी तरफ वंदे भारत एक्सप्रैस को जालंधर सिटी की बजाय जालंधर कैंट रेलवे स्टेशन पर स्टॉपेज दिया गया है। बताया जा रहा है कि कैंट स्टेशन को रेलवे की अमृत भारत योजना के लिए चुना गया था। इसी वजह से पहल के आधार पर कैंट स्टेशन पर करीब 99 करोड़ रुपए की लागत से इसका नवीनीकरण किया जा रहा है। वंदे भारत एक्सप्रैस को कैंट रेलवे स्टेशन पर स्टॉपेज देने का इसे भी एक मुख्य कारण माना जा रहा है।