अयोध्या में राम मंदिर बनकर तैयार: कांग्रेस पार्टी अब तक इस पर फैसला नहीं ले पाई है और पसोपेश में है, क्या राम मंदिर उद्घाटन में सोनिया गांधी जाएगी या नहीं
नई दिल्ली
अयोध्या में राम मंदिर बनकर तैयार हो रहा है। 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा समारोह का आयोजन होना है, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, सीएम योगी आदित्यनाथ समेत छह हजार से ज्यादा लोग मौजूद होंगे। इस कार्यक्रम के लिए कांग्रेस की ओर से पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी, अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और लोकसभा में पार्टी के नेता अधीर रंजन चौधरी को न्योता दिया गया है। कयासबाजी चल रही है कि लोकसभा चुनाव से ठीक पहले हो रहे राम मंदिर के उद्घाटन में क्या सोनिया गांधी जाएंगी या नहीं? पार्टी अब तक इस पर फैसला नहीं ले पाई है और पसोपेश में है। कांग्रेस ने आधिकारिक बयान जारी किया है।
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा, ''कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी को 22 जनवरी 2024 को अयोध्या में राम मंदिर के प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने का निमंत्रण मिला है। निर्णय उचित समय पर लिया जाएगा और सूचित किया जाएगा।'' अब तक राम मंदिर कार्यक्रम में शामिल होने को लेकर फैसला न लिए जाने से साफ है कि पार्टी पसोपेश में है। राजनीतिक एक्सपर्ट्स की मानें तो पार्टी को डर है कि यदि सोनिया गांधी समेत कांग्रेस का कोई वरिष्ठ नेता राम मंदिर कार्यक्रम में शामिल होता है, तो देशभर में मुस्लिम वोटों के छिटकने का खतरा बन जाएगा। विधानसभा चुनावों में विभिन्न राज्यों में मुस्लिम वोटर्स कांग्रेस के बजाए क्षेत्रीय दलों पर ज्यादा भरोसा जताते रहे हैं। अब लोकसभा चुनाव में पार्टी को उम्मीद है कि इस बार मुस्लिम वोटर्स कांग्रेस की ओर देख रहा है। वहीं, एक डर यह भी है कि यदि सोनिया गांधी या कोई अन्य पार्टी का नेता राम मंदिर समारोह में नहीं जाता है तो बीजेपी को हमला बोलने का बड़ा मौका मिल जाएगा। भगवा पार्टी कांग्रेस के नेताओं पर राम मंदिर के खिलाफ होने का आरोप लगाती रही है और यदि इस बार उद्घाटन कार्यक्रम में कोई नहीं जाता है तो आम चुनाव के ठीक पहले उसे निशाना साधने का अवसर मिलेगा।
वहीं, पिछले दिनों कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने यह जरूर कहा था कि सोनिया गांधी इस निमंत्रण को लेकर काफी पॉजिटिव हैं। उन्होंने कहा था कि राम मंदिर से जुड़े इस कार्यक्रम में या तो वह खुद जाएंगी या फिर अगर नहीं जाती हैं तो पार्टी का एक डेलिगेशन वहां भेजा जाएगा। कांग्रेस के राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने कहा था कि यह किसी पार्टी का ट्रस्ट नहीं है, यह केंद्र सरकार द्वारा स्थापित किया गया है। इसमें जाने में हमें क्या आपत्ति है। इस मामले में सोनिया जी तो पॉजिटिव हैं। निमंत्रण मिला है, यह तो वे जाएंगी या डेलिगेशन जाएगा।'' जब दिग्विजय सिंह से सवाल किया गया कि क्या उन्हें भी निमंत्रण मिला है? इस पर सांसद ने कहा कि मुझे क्यों देंगे? मुझे नहीं मिलेगा, क्योंकि जो सच्चे भक्त हैं, चाहे वे मुरली मनोहर जोशी हों, आडवाणी हों या मैं हूं, उनको निमंत्रण नहीं जाएगा।