छत्तीसगढ़ के नये राज्यपाल रमेन डेका ने संभाला पदभार
रायपुर.
छत्तीसगढ़ के नये राज्यपाल रमेन डेका ने आज बुधवार को राजभवन में प्रदेश के दसवें राज्यपाल के रूप में पद और गोपनीयता की शपथ ली। छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश रमेश सिन्हा ने पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। इस दौरान साय कैबिनेट के मंत्री और अधिकारी-कर्मचारी मौजूद रहे। सभी ने डेका से दरबार हाल में एक-एक करके मुलाकात की। इससे पूर्व डेका और उनकी धर्मपत्नी रानी डेका काकोटी के छत्तीसगढ़ आगमन पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने स्टेट हेंगर में आत्मीय स्वागत किया।
इस मौके पर मनोनीत राज्यपाल डेका ने कहा कि छत्तीसगढ़ विकास के परिदृश्य में तेजी से उभर रहा है। यहां विकास को नये स्तरों पर पहुंचाने हम काम करेंगे। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ का राज्यपाल नियुक्त करने के लिए वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को धन्यवाद व्यक्त करते हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य के बीच फैसिलिटेटर की भूमिका निभाएंगे ताकि प्रदेश का विकास तेजी से हो। उन्होंने कहा कि वे असम और छत्तीसगढ़ के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान के लिए भी काम करेंगे। डेका ने कहा कि उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता प्रदेश के विकास को लेकर है। स्टेट हेंगर पर राज्यपाल को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। राज्यपाल का स्वागत छत्तीसगढ़ के पारंपरिक नृत्यों सुआ, कर्मा, डंडा और राउत नाचा से किया गया। इस मौके पर मुख्य सचिव अमिताभ जैन, पुलिस महानिदेशक अशोक जुनेजा सहित वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। इस मौके पर विधानसभा अध्यक्ष डा. रमन सिंह ने भी पुष्पगुच्छ भेंटकर राज्यपाल का अभिवादन किया। साथ ही मंत्रिमंडल के सदस्य उप मुख्यमंत्री अरुण साव, कृषि मंत्री रामविचार नेताम, वन मंत्री केदार कश्यप, खाद्य मंत्री दयालदास बघेल, स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल, वित्त मंत्री ओपी चौधरी, खेल मंत्री टंकराम वर्मा, महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने भी राज्यपाल का अभिवादन किया।
राज्यपाल डेका से सीएम ने की चर्चा
राज्यपाल डेका से मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने मंगलवार को राजभवन में मुलाकात की। मुख्यमंत्री ने राज्यपाल से प्रदेश के हित से जुड़े विषयों पर चर्चा की। मुख्यमंत्री ने राज्यपाल का पुष्पगुच्छ भेंटकर स्वागत किया और शॉल भेंटकर सम्मानित किया। उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने भी पुष्पगुच्छ भेंटकर स्वागत किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री के सचिव पी. दयानन्द भी उपस्थित रहे।