Realindianews.com
भोपाल। मध्य प्रदेश के मैहर जिले में स्थित कुछ गांवों में अद्भुत दृश्य देख कर कई ग्रामीण दशहत में आ गये। पैराग्लाइडिंग के भले ही मानक तय हों, लेकिन मैहर जिले के जूरा, बरहिया और सोनवारी गांव में पैराग्लाइडिंग करते तीन ग्लाइडरों के कारनामे से इलाके में दहशत के साथ ही हड़कंप मच गया। ये ग्लाइडर कौन थे? इस बात से न केवल ग्रामीण बल्कि जिला प्रशासन भी अनजान है। यहां पर हो रही ग्लाइडिंग के संबंध में न तो मैहर जिला प्रशासन के पास अनुमति का कोई आवेदन पहुंचा है और न ही मौखिक रुप से किसी प्रकार की सूचना है। ऐसे में लोगों के बीच इस बात की दहशत है कि कहीं कोई अप्रिय इरादे लेकर तो नहीं घूम रहा।
300 मीटर की उंचाई में तीनों उड़ रहे थे
बताया जाता है कि मैहर क्षेत्र के गांव में तीन ग्लाइडर एक साथ उड़ान भर रहे थे। लगभग 300 मीटर की उंचाई में तीनों उड़ रहे थे। गुरूवार की दोपहर सबसे पहली लोकेशन जूरा गांव से सामने आई। इसके बाद बरहिया, नादन और सोनवारी होते हुए आगे निकल गए। सूचना के आधार पर जिला प्रशासन भी जानकारी लेने के लिए सक्रिय हुआ। हालांकि उससे पहले ही तीनों आगे रवाना हो गए। कहा जाता है कि अंतिम लोकेशन कटनी में मिली है। इसके बाद से उनका कहीं कोई सुराग नहीं मिल सका।
क्या पयर्टन विभाग से ली गई अनुमति?
फिलहाल पैराग्लाइडरों के संबंध में कोई भी जानकारी स्पष्ट नहीं हो पा रही है। मैहर जिला प्रशासन जहां पूरे मामले से अनभिज्ञ है वहीं पर्यटन विभाग भी इस बारे में कोई जानकारी नहीं उपलब्ध करा पा रहा। सतना जिला पर्यटन कार्यालय से कई बार संपर्क साधा गया, लेकिन वहां से कोई रिस्पांस नहीं मिल सका।
पुलिस अधीक्षक जानकारी जुटा रहे
इस मामले में मैहर पुलिस अधीक्षक सुधीर अग्रवाल ने कहा कि पैराग्लाइडरों के संबंध में सूचना मिली थी। जब तक टीम मौके पर पहुंची वे वहां से रवाना हो चुके थे। आधिकारिक रुप से इस बारे में कुछ कह नहीं सकते। हम कोशिश कर रहे हैं कि इस प्रकरण में जानकारी जुटा कर स्थिति स्पष्ट कर सकें।