मध्यप्रदेश

मानसून सीजन के पहले स्ट्रॉन्ग सिस्टम ने पूरे मध्यप्रदेश को तरबतर, 36 जिलों में तेज बारिश का अलर्ट; नर्मदा उफान पर

भोपाल

मानसून सीजन के पहले स्ट्रॉन्ग सिस्टम ने पूरे मध्यप्रदेश को तरबतर कर दिया है। भोपाल में सुबह से कभी धीमी तो कभी तेज बारिश हो रही है। इससे पहले शनिवार-रविवार की दरमियानी रात बारिश का पानी छिंदवाड़ा के निचले इलाकों में बने मकानों में भर गया।

बैतूल के सारणी में शनिवार रात 12 बजे से सुबह 8 बजे तक 8 इंच बारिश हुई। रविवार को सतपुड़ा डैम के 14 में से 11 गेट खुल गए जबकि श्योपुर का आवदा डैम भी ओवरफ्लो हो गया।

नर्मदा 3 फीट ऊपर बह रही है। इससे ओंकारेश्वर, इंदिरा सागर डैम में भी पानी बढ़ा है। अगले 24 घंटे यानी आज सोमवार को भी भारी बारिश का अलर्ट है। इंदौर, भोपाल, जबलपुर, उज्जैन समेत 36 जिलों में तेज बारिश होने का अनुमान है।

सीनियर मौसम वैज्ञानिक डॉ. वेदप्रकाश सिंह ने बताया- साइक्लोनिक सर्कुलेशन, लो प्रेशर एरिया, मानसून ट्रफ के साथ बंगाल की खाड़ी और अरब सागर की खाड़ी से नमी आने से बारिश की स्ट्रॉन्ग एक्टिविटी है। अगले कुछ दिन भारी बारिश होगी।

सतपुड़ा डैम के 14 में से 11 गेट खुल गए जबकि श्योपुर का आवदा डैम भी ओवरफ्लो हो गया। नर्मदा 3 फीट ऊपर बह रही है। इससे ओंकारेश्वर, इंदिरा सागर डैम में भी पानी बढ़ा है। अगले 24 घंटे यानी आज सोमवार को भी भारी बारिश का अलर्ट है। इंदौर, भोपाल, जबलपुर, उज्जैन समेत 36 जिलों में तेज बारिश होने का अनुमान है।

मौसम विभाग ने ने बताया कि साइक्लोनिक सर्कुलेशन, लो प्रेशर एरिया, मानसून ट्रफ के साथ बंगाल की खाड़ी और अरब सागर की खाड़ी से नमी आने से बारिश की स्ट्रॉन्ग एक्टिविटी है। अगले कुछ दिन भारी बारिश होगी। इससे पहले शनिवार-रविवार की रात और रविवार को प्रदेश के कई जिलों में रिकॉर्ड बारिश हुई।

रात में नर्मदापुरम के पिपरिया में सबसे ज्यादा 9.4 इंच पानी गिर गया। सीहोर के बुधनी में 7.1 इंच, सिवनी के बरघाट में 6.8 इंच, बैतूल के शाहपुर में 6 इंच, छिंदवाड़ा के तामिया में 6 इंच, बालाघाट के कटंगी में 5.3 इंच, पांढुर्णा के सौंसर में 4.7 इंच, रायसेन के बरेली में 4 इंच बारिश दर्ज की गई। रविवार को भोपाल में 38 मिमी यानी डेढ़ इंच बारिश हुई जबकि इंदौर में करीब आधा इंच पानी गिर गया।

नर्मदापुरम, धार, खंडवा, उज्जैन, छिंदवाड़ा, बालाघाट के मलाजखंड में भी बारिश हुई। मौसम विभाग के अनुसार, अगले 1-2 दिन पूरे प्रदेश में आकाशीय बिजली गिरने की आशंका ज्यादा है। लोगों को बचाव की समझाइश दी गई है।

 

मौसम विभाग ने ने बताया कि साइक्लोनिक सर्कुलेशन, लो प्रेशर एरिया, मानसून ट्रफ के साथ बंगाल की खाड़ी और अरब सागर की खाड़ी से नमी आने से बारिश की स्ट्रॉन्ग एक्टिविटी है. अगले कुछ दिन भारी बारिश होगी. इससे पहले Saturday-Sunday की रात और Sunday को प्रदेश के कई जिलों में रिकॉर्ड बारिश हुई. रात में नर्मदापुरम के पिपरिया में सबसे ज्यादा 9.4 इंच पानी गिर गया. सीहोर के बुधनी में 7.1 इंच, सिवनी के बरघाट में 6.8 इंच, बैतूल के शाहपुर में 6 इंच, Chhindwara के तामिया में 6 इंच, बालाघाट के कटंगी में 5.3 इंच, पांढुर्णा के सौंसर में 4.7 इंच, रायसेन के Bareilly में 4 इंच बारिश दर्ज की गई. Sunday को Bhopal में 38 मिमी यानी डेढ़ इंच बारिश हुई जबकि Indore में करीब आधा इंच पानी गिर गया. नर्मदापुरम, धार, खंडवा, उज्जैन, छिंदवाड़ा, बालाघाट के मलाजखंड में भी बारिश हुई. मौसम विभाग के अनुसार, अगले 1-2 दिन पूरे प्रदेश में आकाशीय बिजली गिरने की आशंका ज्यादा है. लोगों को बचाव की समझाइश दी गई है.

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