छत्तीसगढ़-कोरबा में पुलिस हिरासत में हिस्ट्रीसीटर की मौत पर हंगामा
कोरबा.
हत्या के प्रयास सहित 14 मामलों में वांछित कोरबा के बुधवारी बस्ती निवासी सूरज हथठेल की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत के बाद कई सवाल खड़े हुए। मृतक के परिजनों ने पुलिस पर मारपीट कर हत्या करने का आरोप लगाया। इस मामले में तीन पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। मृतक के परिजनों ने 11 मांगे रखी, जिसे स्वीकार कर लिया गया। इसके बाद उन्होंने मृतक का शव ले जाने और अंतिम संस्कार करने की बात मानी।
जानकारी के मुताबिक, कोरबा जिले के दर्री पुलिस थाना क्षेत्र के अंतर्गत एनटीपीसी ओल्ड साईलों के पास रेलवे क्रॉसिंग क्षेत्र में मध्य रात्रि सूरज को पुलिस ने पकड़ा। वह हत्या के प्रयास में फरार चल रहा था। दर्री पुलिस ने उसे पकड़ने के बाद कोरबा पुलिस को सौंप दिया। मेडिकल की कार्रवाई के लिए जब उसे अस्पताल ले जाया गया तो डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस अधीक्षक ने यह जानकारी देने के साथ बताया कि प्रारंभिक आधार पर इस मामले में दर्री पुलिस के उन कर्मियों को निलंबित कर दिया, जो जांच कर रहे थे। सूरज की मौत की जानकारी मिली तो उसके परिजन और परिचित मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल पहुंच गए। उनकी मौजूदगी में ही मृतक के शव का पोस्टमार्टम कराया गया। परिजनों के द्वारा इस मामले में कई सवाल खड़े किए गए। मृतक सूरज की बड़ी बहन ज्योति ने बताया कि उसके भाई को लेकर पुलिस ने पूरे परिवार को प्रताड़ित किया है। उसकी छोटी बहन और भाई को चौकी में बुलाकर धमकाया और डराया गया। कई प्रकार से पुलिस के द्वारा प्रताड़ित किया गया। इस मामले में निष्पक्ष जांच की जाए और जो भी दोषी पुलिसकर्मी हैं, उनके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई हो।
एडिशनल एसपी यूवीएस चौहान ने बताया कि सूरज की मौत पुलिस कस्टडी में हुई है। पोस्टमार्टम की वीडियोग्राफी कराई गई है। 12 बिंदुओं पर एक मेमोरेंडम हमें प्राप्त हुआ है इसकी जांच कराई जाएगी और संबंधित लोगों को अवगत कराया जाएगा। जिला पुलिस द्वारा इस प्रकरण को गंभीरता से लेने के साथ उन पुलिसकर्मियों को निलंबित करने के साथ पुलिस लाइन अटैच करने की कार्रवाई की गई है जो शुरुआती प्रक्रिया में शामिल थे।