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वायरल ऑडियो पर यकीन करें तो गोंडा हादसे के पहले ही की-मैन ने जेई को फोन करके पटरी में खामी की जानकारी दी थी, खुलासा

गोंडा
यूपी में गोंडा जंक्शन से करीब 19 किमी दूर मोतीगंज और झिलाही के बीच चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस हादसे की असल वजह जांच के बाद चलेगा लेकिन इसी बीच वॉयरल हुए दो ऑडियो में ट्रैक में खामी होने की बात ही जा रही है। हालांकि ऑडियो की पुष्टि नहीं करता है। वायरल ऑडियो पर अगर यकीन करें तो हादसे के आधा पहले ही की-मैन ने जेई को फोन करके पटरी में खामी होने की जानकारी दी थी। लेकिन उसकी बात पर किसी ने ध्यान नहीं दिया। इस दिन पहले भी उसने पटरी में बकलिंग होने की बात कही थी। इस संबंध में रेलवे के अफसर भी कुछ भी बताने से साफ इनकार कर रहे हैं। उनका कहना है कि जांच के बाद ही हादसे की वजह पता चल सकेगी। बताया जा रहा है की-मैन की जेई से बात हुई। इस संबंध में दोनों ऑडियो में बातचीत में खतरे की आशंका साफ महसूस की जा सकती है।

दूसरी ओर वायरल ऑडियो के संबंध में पूर्वोत्तर रेलवे के लखनऊ मंडल ने डीआरएम के एक्स हैंडल पर पोस्ट लिखकर सफाई दी गई है। इसमें कहा गया है कि  रेल प्रशासन इस प्रकार के किसी भी ऑडियो की पुष्टि नहीं करता है। अत: किसी भी प्रकार के अफवाह अथवा भ्रम से बचें। इस घटना की जांच रेल संरक्षा आयुक्त द्वारा की जाएगी। इससे संबंधित कोई साक्ष्य किसी व्यक्त के पास है तो वह मुहैया करा सकते हैं।

वायरल ऑडियो-1
जेई-हेलो.. हेलो.. हां आसने
की-मैन: कह रहे हैं कि मिलनवा पर लाइनवा कुछ गड़बड़ लगति बाय  
जेई : मिलनवा पर
की-मैन: हां… मिलान पर वेल्डिंग से पच्छू
जेई : बताए थे ना इंचार्ज को। हम देखे थे एक दिन जाकर के, गड़बड़ तो हैय है
की-मैन: बहुत गड़बड़ लागत है लाइन। वेल्डिंग के पच्छू है, वेल्डिंग से स्लीपर तक बहुत टेढ़ी-मेढ़ी हो गई है।
जेई-वेल्डिंग स्लीपर पर नई ना है
जेई : आगे का फिटिंग-विटिंग देख लो। सब सही है ना?
की-मैन: हां… सब ठोंक कर आए हैं।
जेई: बढ़िया से सब तार-वार लगाकर बाहर एकदम चकाचक कर देना।
की-मैन: हां… सब टाइट करके आए हैं।
जेई : भले इधर न करो लेकिन उस एरिया में जहां पर लग रहा है, उस एरिया में थोड़ा सा जाकर बढ़िया से एकदम ठोक-ठाक देना, कुछ गिरा ना रहे। लाइनर-वाइनर के साथ, लाइनर भी लगा रहे।
की-मैन: ठीक-ठीक है।

वायरल ऑडियो-2
की-मैन: ओर पर कॉशन लगा है कि नहीं 38/5 में?
जेई : कॉशन लगा है?
की-मैन: पूछत हैं आपसे…कॉशन लगा है कि नहीं
जेई: कॉशन लगने वाला है।
की-मैन: बहुत डेंजर इस समय हो गया है।
जेई : कॉशन लगने वाला है, आईएमआर
की-मैन: हां तो बहुत डेंजर हो गया है। बकलिंग (मुड़ने) की संभावना वा
जेई : क्या बताए अब!
की-मैन: सर, बहुत डेंजर हो गया है। वो दिनवा सुबह आप देखे देखे तभी से बहुत डेंजर लग रहा है। कहीं पहिया उतरले के संभावना ना हो जाए। कोई ठिकाना नहीं है।
जेई : अभी इंचार्ज फुट प्लेट करके आए हैं। कॉशन लग रहा है।
की-मैन: हां …कॉशन लगवा दीजिए। कोई बात हो जाएगी तो दिक्कत हो जाएगी।
जेई : कॉशन लग रहा है। बोर्ड-वोर्ड शिफ्ट होने वाला है। 30 (किमी प्रति घंटे की स्पीड) लगने वाला है।
की-मैन: ठीक है
जेई : 30 का लगेगा कॉशन।
की-मैन: ठीक है

रेलवे अफसरों का पुष्टि करने से साफ इनकार: दोनों ऑडियो के बारे में पूछे जाने पर रेलवे के जिम्मेदार अफसरों ने अपने हाथ खड़े कर दिए। उनका कहना है कि इस संबंध में जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।

सीआरएस घंटे भर बाद पहुंचेंगे मौके पर
पूर्वोत्तर रेलवे के लखनऊ मंडल के रेल प्रवक्ता महेश कुमार गुप्ता ने बताया कि शनिवार को सीआरएस प्रणजीव सक्सेना मौके पर मुआयना करेंगे। उन्होंने बताया कि सीआरएस रविवार को लखनऊ स्थित पूर्वोत्तर रेलवे के डीआरएम कार्यालय के मीटिंग हॉल में चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस (15904) के बेटपरी होने  के संबंध में जांच करेंगे। इस संबंध में किसी भी व्यक्ति को कोई जानकारी हो तो वह डीआरएम कार्यालय में उपस्थित जानकारी या साक्ष्य दे सकता है। यही नहीं रेल संरक्षा आयुक्त को लिखित सूचना भी जा सकती है।

 

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