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जलदाय विभाग के जल जीवन मिशन में 9000 करोड़ घोटाले की जांच, ईडी का एक्शन

जयपुर

जलदाय विभाग के जल जीवन मिशन में हुए 9000 करोड़ रुपए के कथित घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। ईडी ने पूर्व मंत्री डॉ. महेश जोशी के करीबी संजय बड़ाया को एक दिन पहले हिरासत में लिया था। पूछताछ के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया। ईडी ने न्यायाधीश के घर संजय बड़ाया को पेश करके 4 दिन की रिमांड मांगी जिसे स्वीकार कर ली गई। अब ईडी के अधिकारी जेजेएम में हुए भ्रष्टाचार की परतें खोलने की कोशिश कर रही है। पिछले पांच साल में किस स्तर पर टेंडरों में फर्जीवाड़ा, नियमों को दरकिनार करके और एडवांस भुगतान के जरिए करोड़ों रुपए का घोटाला किया। इस बारे में हर सवाल का जवाब बड़ाया से मांगा जा रहा है। संजय बड़ाया से पहले उनके तीन साथियों को ईडी पूर्व में भी गिरफ्तार कर चुकी है। उनके बयानों का बड़ाया के बयान से मिलान किया जाएगा।

संजय बड़ाया से दस्तावेजों की रिकवरी करेगी ईडी

ईडी के अधिकारियों ने संजय बड़ाया को गिरफ्तार करने के बाद उनका मेडिकल कराया। देर रात करीब 10 बजे ईडी के प्रकरणों की सुनवाई करने वाली विशेष अदालत के न्यायाधीश सुनील रणवाह के गांधी नगर स्थित आवास पर पेश किया। न्यायाधीश रणवाह ने ईडी की डिमांड के अनुसार संजय बड़ाया को चार दिन से रिमांड पर भेज दिया। ईडी की ओर से पेश विशिष्ठ लोक अभियोजक अजातशत्रु मीणा ने कहा कि पूर्व में गिरफ्तार किए गए तीन आरोपियों से कई खुलासे हुए हैं। उन आरोपियों ने बड़ाया के खिलाफ बयान दिए हैं। बड़ाया से पूछताछ कर पूर्व में गिरफ्तार आरोपियों की ओर से बताए गए प्रकरणों का मिलान करना है। साथ ही बड़ाया से कुछ दस्तावेजों की बरामदगी भी करनी है। ईडी के एडवोकेट की दलील पर न्यायाधीश रणवाह ने संजय बड़ाया को चार दिन की रिमांड स्वीकार कर दी।

बड़ाया के एडवोकेट ने किया विरोध

गिरफ्तार संजय बड़ाया के वकील एडवोकेट दीपक चौहान ने ईडी की रिमांड का विरोध किया। उन्होंने कहा कि ईडी ने जब भी पूछताछ के लिए बुलाया, तब बड़ाया हाजिर हुए हैं। उन्होंने जांच में पूरा सहयोग किया है। ईडी की टीम पूर्व में भी बड़ाया के घर पर सर्च कर चुकी है और सर्च के दौरान तमाम दस्तावेज भी जब्त कर चुकी है। अब कुछ भी शेष नहीं है तो फिर क्या रिकवर करना है। एडवोकेट चौहान ने ईडी की रिमांड का विरोध किया लेकिन न्यायाधीश ने दोनों पक्षों की दलील सुनने के बाद संजय बड़ाया को चार दिन के रिमांड पर भेज दिया।

मंत्री और एसीएस के घर दफ्तरों में हो चुकी सर्च

जल जीवन मिशन में हुए कथित घोटाले में ईडी पूर्व कैबिनेट मंत्री डॉ. महेश जोशी के घर पर सर्च कर चुकी है। जलदाय विभाग के तत्कालीन अतिरिक्त मुख्य सचिव सुबोध अग्रवाल के साथ कुछ अन्य अधिकारियों और ठेकेदारों के ठिकानों पर भी ईडी की सर्च हो चुकी है। ईडी ने घोटाले से जुड़े कई दस्तावेज जब्त किए हैं। संजय बड़ाया की गिरफ्तारी से पहले ईडी ने पूर्व मंत्री को भी पूछताछ के लिए बुलाया। तीन बार नोटिस देने के बाद भी महेश जोशी ईडी के समक्ष पेश नहीं हुए। नोटिस दिए जाने के दौरान जोशी बीमार पड़ गए और नोएडा के एक अस्पताल में भर्ती हो गए थे। जल जीवन मिशन में हुए घोटाले को लेकर कैबिनेट मंत्री डॉ. किरोड़ी लाल मीणा बड़ा आंदोलन कर चुके हैं।

 

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