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अमृतपाल के भाई हरप्रती सिंह को जालंधर ग्रामीण पुलिस ने फिल्लौर के पास से ड्रग्स के साथ गिरफ्तार किया

चंडीगढ़
खालिस्तान समर्थक लोकसभा सांसद अमृतपाल सिंह के भाई को ड्रग्स के मामले में गिरफ्तार किया गया है। अमृतपाल के भाई हरप्रती सिंह को जालंधर ग्रामीण पुलिस ने फिल्लौर के पास से ड्रग्स के साथ गिरफ्तार किया। पुलिस मामले की छानबीन में जुटी है। बता दें कि अमृतपाल गुवाहाटी जेल में है। हालांकि वह खाडूर साहेब से चुनाव जीतने के बाद लोकसभा सांसद के रूप में शपथ ले चुके हैं। एसएसपी अंकुर गुप्ता और डीएसपी फिल्लौर सर्वणजीत सिंह ने बताया कि हरप्रीत सिंह के पास से 4 ग्राम आइस ड्रग्स बरामद की गई है। जिस वक्त उसे काबू किया गया वह नशे में था और उसका उसके दो साथियों को भी पकड़ा गया है।

नाकाबंदी के दौरान पकड़ा
जालंधर देहात पुलिस के एसएसपी अंकुर गुप्ता ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि  तीनों आरोपी लुधियाना के संदीप अरोड़ा से आइस ड्रग लेकर आ रहे थे। फिल्लोर हाईवे पर नाकाबंदी के दौरान इन्हें पकड़ा गया। क्रेटा कार में सवार हरप्रीत सिंह और लवप्रीत नशे में थे। इन दोनों के मेडिकल टेस्ट में रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। दोनों आरोपी लुधियाना के हैबोवाल निवासी संदीप से 10 हजार रुपए की आइस ड्रग लेकर आए थे। बाद में आरोपी संदीप अरोड़ा को भी गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने घटना की वीडियोग्राफी भी कराई। पुलिस दोपहर में अमृतपाल के भाई हरप्रीत को उसके साथी के साथ कोर्ट में पेश करेगी।

पिता बोले, सरकार की साजिश
अमृतपाल सिंह के भाई हरप्रीत सिंह की गिरफ्तारी के मामले में परिवार की प्रतिक्रिया सामने आई है। पिता तरसेम सिंह ने कहा कि उन्हें मामले की जानकारी सोशल मीडिया से मिली है। उन्होंने कहा कि सरकार परिवार को तोड़ने की कोशिश कर रही है। हमारे परिवार पर बन रहे भरोसे के कारण यह सरकार अब गलत नीति अपना रही है। उन्होंने कहा कि जहां नशा खत्म करने की असली जरूरत है, वहां पुलिस कुछ नहीं करती, निर्दोष परिवारों को फंसाने में लगी है।  वहीं, अमृतपाल सिंह के भाई की गिरफ्तारी के बाद विरोधियों ने सवाल खड़े कर दिए हैं। अमृतपाल से लोकसभा चुनाव हारने वाले कांग्रेस के उम्मीदवार कुलबीर जीरा ने कहा कि इससे पूरे सिख धर्म को शर्मसार होना पड़ा है।

नशा विरोधी मुहिम चलाने का दावा करता था अमृतपाल
अमृतपाल सिंह फिलहाल असम की डिब्रूगढ़ जेल में बंद है। राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत अमृतपाल की गिरफ्तारी की गई थी। वहीं उसके नौ सहयोगी डिब्रूगढ़ जेल में बंद है। वारिस पंजाब का चीफ अमृतपाल पंजाब में नशा विरोधी मुहिम चलाकर ही सुर्खियों में आया था। यहीं नहीं अमृतपाल खुद अपने साथियों के साथ मिलकर नशा मुक्ति केंद्र चला रहा था। आज उसी का भाई नशे के साथ पकड़ा गया।

 

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