हमीदिया अस्पताल में गर्भाशय कैंसर के निदान के लिए इलाज शुरू, अब तक 150 से अधिक मरीजों का इलाज
भोपाल
गांधी मेडिकल कॉलेज से संबद्ध हमीदिया अस्पताल में गर्भाशय कैंसर के निदान के लिए इलाज शुरू हो गया है। प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में यह गर्भाशय कैंसर की यह इकलौती ओपीडी है। यहां हर सोमवार को उक्त बीमारी से संबंधित मरीजों को देखा जाता है। दो सप्ताह में अब तक 150 से अधिक रोगियों क जांच की जा चुकी है। इसकी शुरुआत गांधी मेडिकल कॉलेज की डीन डा. कविता एन. सिंह की पहल पर हुई है। उन्हें गर्भाशय कैंसर के उपचार का 20 वर्षाें का अनुभव भी है।
वे स्वयं ओपीडी में रोगियाें की जांच करती है, साथ में विशेषज्ञ और मेडिकल छात्र भी होते हैं, ऐसा होने से कॉलेज के विद्यार्थियों और डाॅक्टरों को भी गर्भाशय कैंसर के उपचार के लिए अहम जानकारियां मिल रही हैं। डीन डा. कविता ने बताया कि गर्भाशय कैंसर के लिए ओपीडी शुरू करने का उद्देश्य गायनी विभाग के डाॅक्टरों और जूनियरों इसके इलाज और तरीकों से अवगत कराया जाना है। अगर मरीज का केस मुश्किल होता है तो उस समय में किस तरह से सर्जरी की जा सकती है, यह भी बताया जाएगा। जांच सोमवार को की जाती है, सर्जरी का दिन बुधवार को निर्धारित किया गया है।
चिकित्सा छात्रों को मिलेगा अनुभव
इस पहल के साथ गायनी विभाग के डाॅक्टरों और जूनियर डाक्टरों को अनुभव भी मिल रहा है। डीन डा कविता ने बताया कि मैं गर्भाशय कैंसर के लिए पिछले 20 वर्षाें से काम कर रही हूं। विशेषकर गर्भाशय कैंसर रोकथाम काल्पोस्कोपी से संबंधित कार्य निरंतर कर रही हूं। इस विषय में डा. सिंह का शोध जर्मनी के एक मोनोग्राफ में प्रकाशित हुआ है। उन्होंने इस कैंसर को लेकर महिलाओं की काउंसिलिंग का काम भी किया है।