लोकसभा चुनाव में एक दूसरे के साथ लड़े आम आदमी पार्टी और कांग्रेस अब एक दूसरे के होंगे आमने- सामने
नई दिल्ली
लोकसभा चुनाव में एक दूसरे के साथ लड़े आम आदमी पार्टी और कांग्रेस अब एक दूसरे से लड़ने जा रहे हैं। कांग्रेस ने साफ कर दिया है दिल्ली और हरियाणा के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन की कोई गुंजाइश नहीं है। इंटरव्यू में पार्टी के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश से जब पूछा गया कि क्या दिल्ली और हरियाणा में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच गठबंधन होगा तो उन्होंने कहा, 'कोई गुंजाइश नहीं है।'
रमेश ने बातचीत में यह भी कहा कि जिन राज्यों में कांग्रेस और सहयोगी दलों के नेता चाहेंगे वहां यह गठबंधन बरकरार रहेगा। कांग्रेस और आम आदमी पार्टी दोनों ‘इंडिया’ गठबंधन के घटक हैं। लोकसभा चुनाव में दोनों दलों ने दिल्ली एवं हरियाणा में मिलकर चुनाव लड़ा था, लेकिन पंजाब में दोनों अलग अलग मैदान में उतरे थे।
महाराष्ट्र, झारखंड, हरियाणा में इसी साल अक्टूबर-नवंबर में विधानसभा चुनाव होने हैं। दिल्ली में अगले साल की शुरुआत में विधानसभा चुनाव प्रस्तावित हैं। यह पूछे जाने पर कि क्या आगामी विधानसभा चुनावों में भी ‘इंडिया’ गठबंधन बरकरार रहेगा, रमेश ने कहा, 'यह झारखंड के विधानसभा चुनाव के लिए बरकरार रहेगा, महाराष्ट् के विधानसभा चुनाव के लिए बरकरार रहेगा। पंजाब में 'इंडिया जनबंधन' नहीं है। हरियाणा में (लोकसभा चुनाव में) एक सीट आम आदमी पार्टी को दी गई थी, मैं नहीं समझता कि वहां (विधानसभा चुनाव में) 'इंडिया जनबंधन' बरकरार रहेगा।'
उनका कहना था कि दिल्ली में तो आम आदमी पार्टी की ओर से बयान आ गया है कि विधानसभा चुनाव के लिए ‘इंडिया जनबंधन’ नहीं होगा। रमेश ने कहा, 'मैंने पश्चिम बंगाल के संदर्भ में कहा था कि 'इंडिया जनबंधन' लोकसभा चुनाव के लिए है। जिन जिन राज्यों में हमारे नेता और दूसरी पार्टियों के नेता चाहते हैं कि गठबंधन हो, वहां गठबंधन रहेगा।' उन्होंने यह भी कहा कि महाराष्ट्र में शिवसेना (यूबीटी) और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एसपर) के साथ गठबंधन है तथा झारखंड में झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के साथ गठबंधन है।