ग्वालियर के आलीशान आश्रम से हटाया भोले बाबा का नाम, तलघर तक की तलाशी ली गई
ग्वालियर
उत्तर प्रदेश के हाथरस में भोले बाबा का सत्संग सुनने गए 123 लोगों की मौत हो गई। भगदड़ मचने के कारण हुए इस हादसे का अब एमपी कनेक्शन सामने आया है।दरअसल नारायण हरि साकार उर्फ भोले बाबा ग्वालियर सत्संग के लिए आते थे। यहां उनका एक आलीशान आश्रम बना हुआ है। 10 मई तक बाबा इस आश्रम में रहे थे।
आश्रम से हटाया बाबा का नाम
भोले बाबा का आलीशान आश्रम ग्वालियर के तिघरा रोड स्थित झंडा का पुरा गांव में है। यहां हरि विहार में बाबा ने एक घर को आश्रम बनाया हुआ है। सत्संग के लिए पीछे स्टेज बना हुआ है। यहां बाबा के सत्संग होते हैं।
फिलहाल इस आश्रम की दीवार पर लिखे बाबा के नाम को मिटा दिया गया है। नाम के ऊपर सफेद रंग से पोतकर इसे मिटाया गया है। फिलहाल यह आश्रम भी बंद है। हाथरस हादसे के बाद पुलिस ने ग्वालियर स्थित बाबा के इस आश्रम की भी तलाशी ली है। घर के तलघर की भी जांच की गई है।
12 मार्च को हुआ था आखिरी सत्संग
ग्वालियर की जिस बिल्डिंग में भोले बाबा ने आश्रम बना रखा था उसके मालिक राम अवतार कुशवाहा है। इस आश्रम में 12 मार्च 2024 को बाबा ने आखिरी सत्संग किया था। इसके बाद 10 मई तक बाबा इस आश्रम में रहे। बाद में इसे खाली करके चले गए।
बिल्डिंग के मालिक ने बताया कि अब वे स्कूल को यह इमारत देंगे। उन्होंने बाबा को भी यह जगह किराए पर दी थी। मालिक ने कहा कि उनकी जमीन पर कोई गलत काम नहीं होगा।
भगदड़ में ग्वालियर की महिला की मौत
2 जुलाई को उत्तर प्रदेश के हाथरस में भोले बाबा के सत्संग के बाद भगदड़ मच गई। इस हादसे में अभी करीब 123 लोगों की मौत की जानकारी सामने आ रही है। इसमें मध्य प्रदेश के ग्वालियर की भी एक महिला शामिल है।
ग्वालियर के जगजीवन नगर की 50 वर्षीय रामश्री अन्य महिलाओं के साथ सत्संग सुनने गई थी। अचानक भगदड़ मचने से वह अपने साथियों से बिछड़ गई। इसी भगदड़ में कुचले जाने से उनकी मौत हो गई।
बिल्डिंग को खाली करा लिया, अब स्कूल को देंगे
जिस बिल्डिंग को बाबा ने आश्रम बना रखा था, उसके मालिक राम अवतार कुशवाहा ने बताया कि हमने बिल्डिंग को खाली करा लिया है। बाबा के सत्संग के अध्यक्ष राम सेवक सुमन को इसे किराए पर दे रखा था। अब इसे स्कूल को देंगे। हमने पहले ही कहा था कि यहां कोई गलत काम नहीं होगा।
भोले बाबा के सत्संग में मची थी भगदड़
उत्तर प्रदेश के हाथरस में भोले बाबा के सत्संग के बाद भगदड़ मच गई। कुचलने से 122 लोगों की मौत हो गई। मरने वालों में ज्यादातर महिलाएं हैं। कई लोगों की हालत गंभीर है। ऐसे में मृतकों की संख्या बढ़ सकती है। हादसा हाथरस जिले से 47 किमी दूर फुलरई गांव में मंगलवार दोपहर करीब 1 बजे हुआ।