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संसद में राष्ट्रपति का अभिभाषण, AAP ने किया बहिष्कार का ऐलान

नई दिल्ली

संसद में आज राष्ट्रपति का अभिभाषण, पेश करेंगी मोदी 3.0 का विजन, AAP ने किया बहिष्कार का ऐलान. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू आज संसद के दोनों सदनों में अपना अभिभाषण पेश करेंगी. इस दौरान राष्ट्रपति मुर्मू लोकसभा और राज्यसभा के जॉइंट सत्र को संबोधित करेंगीं. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू लोकसभा और राज्यसभा की संयुक्त बैठक को संबोधित करते हुए अगले 5 सालों के लिए नई सरकार के रोडमैप की रूपरेखा पेश करेंगी. बता दें कि 18वीं लोकसभा का पहला सत्र जारी है. सभी नवनिर्वाचित सदस्य शपथ ले चुके हैं.

क्या होता है अभिभाषण?

संविधान के अनुच्छेद 87 के मुताबिक राष्ट्रपति को प्रत्येक लोकसभा चुनाव के बाद सत्र की शुरुआत में संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करना जरूरी है. राष्ट्रपति हर साल संसद के पहले सत्र में दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को भी संबोधित करते हैं. राष्ट्रपति के अभिभाषण के माध्यम से सरकार अपने कार्यक्रमों और नीतियों की रूपरेखा प्रस्तुत करती है. इसमें पिछले साल सरकार द्वारा उठाए गए कदमों पर भी प्रकाश डाला जाता है और आगामी वर्ष के लिए प्राथमिकताएं बताई जाती हैं.

सरकार दोनों सदनों में पेश करेगी धन्यवाद प्रस्ताव

बता दें कि राष्ट्रपति के अभिभाषण के जरिए सरकार अपनी नीतियों और कार्यक्रमों को सदन और जनता के सामने लाती है. राष्ट्रपति के अभिभाषण के बाद सरकार दोनों सदनों में धन्यवाद प्रस्ताव पेश करेगी. इस पर लोकसभा और राज्यसभा में चर्चा होगी. प्रधानमंत्री मोदी दो या तीन जुलाई को धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब दे सकते हैं.

शिवसेना ने किया AAP के फैसले का स्वागत

आम आदमी पार्टी के राष्ट्रपति के अभिभाषण का बहिष्कार करने पर शिवसेना (यूबीटी) का कहना है कि राष्ट्रपति भी तानाशाही के लिए जिम्मेदार हैं. शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने कहा,'मैं आम आदमी पार्टी के फैसले का स्वागत करता हूं. जिस तरह तानाशाही चल रही है, उसकी जिम्मेदार राष्ट्रपति भी हैं. राष्ट्रपति को सरकार को तानाशाही के खिलाफ रोकना चाहिए.'

गजद्वार पर राष्ट्रपति की अगवानी करेंगे पीएम

राष्ट्रपति भवन से राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू घुड़सवार अंगरक्षकों के साथ जुलूस के रूप में संसद पहुचेंगी. प्रधानमंत्री मोदी और लोकसभा तथा राज्यसभा के पीठासीन अधिकारी संसद भवन के गजद्वार पर उनकी अगवानी करेंगे. यहां से उन्हें पारंपरिक राजदंड 'सेंगोल' के साथ निचले सदन कक्ष में ले जाया जाएगा. हालांकि, समाजवादी पार्टी ने सेंगोल को राजशाही का प्रतीक बताते हुए इसे संसद से बाहर करने की मांग की है.

राष्ट्रपति के अभिभाषण का बहिष्कार करेगी AAP

आम आदमी पार्टी राष्ट्रपति के अभिभाषण का बहिष्कार करेगी. बता दें कि एक दिन पहले ही अरविंद केजरीवाल को कथित शराब नीति मामले में दिल्ली के राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश करने के बाद-अदालत परिसर के अंदर ही सीबीआई ने उन्हें औपचारिक रूप से गिरफ्तार कर लिया था. सीबीआई ने केजरीवाल का अरेस्ट मेमो वेकेशन बेंच के स्पेशल जज अमिताभ रावत को सौंपा था, जिसमें दिल्ली के मुख्यमंत्री को गिरफ्तार करने का आधार बताया गया था. सीबीआई के मुताबिक अरविंद केजरीवाल से पूछताछ और उनकी गिरफ्तारी के पीछे की प्रमुख वजह यह है कि वह बतौर मुख्यमंत्री उस कैबिनेट का हिस्सा थे, जिसने विवादित नई शराब नीति को मंजूरी दी थी.

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