उज्जैन में तलाकशुदा मुस्लिम महिला ने अपनी 10 वर्षीय बेटी के साथ सनातन धर्म अपना लिया
उज्जैन
उज्जैन में एक तलाकशुदा मुस्लिम महिला ने अपनी 10 वर्षीय बेटी के साथ सनातन धर्म अपना लिया। महिला ने सनातन रीति रिवाज के साथ एक हिन्दू युवक से विवाह भी कर लिया। वह काफी अर्से से हिन्दू युवक के साथ रह रही थी। महिला का एक बच्चा भी है। उज्जैन के मंगलनाथ मंदिर स्थित सुमन आश्रम में विधि विधान से मुस्लिम महिला और हिन्दू युवक का विवाह संपन्न हुआ। हालांकि परिवार के लोग इस मांगलिक कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए।
उज्जैन की फरहानाज खान अब सोनाक्षी चौबे के नाम से पहचानीं जाएंगी। उन्होंने रविवार को सनातन धर्म अपना लिया। फरहानाज खान ने अपने साथ अपनी 10 वर्षीय बेटी जारा को भी सनातन धर्म में शामिल कराया। उसका नया नाम जान्हवी रखा गया है। हिन्दू धर्म अपनाने के बाद सोनाक्षी ने हिन्दू युवक अनिकेत के साथ विवाह कर लिया। वह अनिकेत के साथ तीन वर्षों से रह रही थी। दोनों विवाह करना चाहते थे।
दोनों ने विवाह के लिए मोनी तीर्थ आश्रम पर संपर्क किया और महाराज से विवाह करने की अनुमति मांगी। शादी के लिए मुस्लिम महिला को हिन्दू रीतिरिवाज से शादी करने के साथ धर्म अपनाने कही गई तो वह आसानी से मान गई। इसके बाद उसने उज्जैन के मंगलनाथ मंदिर के समीप स्थिति मौन तीर्थ में रविवार को सनातन अपना लिया। मौन तीर्थ के महामंडलेश्वर सुमनानंद ने फरहानाज खान को सनातन धर्म में स्वीकार किया।
यहीं पर अनिकेत चौबे ने फरहानाज अब सोनाक्षी से विवाह रचा लिया। महिला का नया नाम अब सोनाक्षी चौबे है। उसकी 10 साल की पुत्री जारा का नया नाम जाह्नवी रखा गया है। संत सुमन आनंद ने बताया कि महिला और युवक दोनों उज्जैन के ही रहने वाले हैं। महिला का कई साल पहले निकाह हुआ था। उसकी एक 10 साल की बेटी भी है। हालांकि कुछ साल पहले ही उसका तलाक हो गया। वह अपनी बेटी के साथ रह रही थी।
इसी दौरान वह ऑटो चालक अनिकेत के संपर्क में आई थी। अनिकेत ने फराह को सोनाक्षी के रूप में अपनी पत्नी और उसकी बेटी को अपनी पुत्री स्वीकार किया है। महामंडलेश्वर सुमनानंद गिरी महाराज ने बताया की सनातन में सभी के लिए दरवाजे खुले हैं। सनातन में संस्कार है जिसे पूरी दुनिया स्वीकार कर रही है। दोनों ने पूरी प्रक्रिया के लिए नोटरी करा कर रजिस्टर कागज भी हासिल कर लिए हैं।