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शंभू बॉर्डर खुलवाने पहुंचे स्थानीय लोगों और किसानों में तनातनी, धरने पर हुआ बवाल, स्थिति तनावपूर्ण

चंडीगढ़
फसलों की MSP सहित अन्य मांगों को मनवाने के लिए 4 महीने से ज्यादा वक्त से शंभू बॉर्डर पर धरना दे रहे किसानों के धरने पर बवाल हो गया। किसान संगठनों के धरने में आसपास के गांवों के लोग इकट्ठा होकर पहुंच गए और बॉर्डर को खोलने की मांग करने लगे। किसानों से बहस के बाद स्थिति तनावपूर्ण हो गई। मौके पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने आरोप लगाते हुए कहा कि शंभू बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे किसानों पर आज भाजपा नेताओं की शह पर रेत माफिया और गुंडों ने हमला किया है। आम आदमी पार्टी सरकार भी भाजपा से मिली हुई है। उन्होंने कहा कि किसानों पर किए गए हमले का हम मुंहतोड़ जवाब देंगे। पंढेर ने वीडियो जारी कर गंभीर आरोप लगाए हैं।

बीजेपी के आदमी होने का लगाया आरोप
किसानों के धरना स्थल पर रविवार को उपद्रवियों के एक समूह ने हंगामा करने की कोशिश की। वे मंच पर चढ़ गए लेकिन किसानों ने उन्हें वापस खदेड़ दिया। आरोप है कि आसपास के गांवों लोग यहां कई महीने से बंद पड़े शंभू बॉर्डर को खुलवाने के लिए आए थे। गांव वासियों ने कहा कि शंभू बॉर्डर पर दोपहिया वाहनों की क्रॉसिंग को लेकर पहले भी मांग पत्र दिया था, जिस पर आज तक किसान नेताओं ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी, इसलिए आज सभी गांवों के लोगों और व्यापारी शंभू बॉर्डर खोलने की मांग लेकर पहुंचे थे। उनका आरोप है कि किसानों के आंदोलन के कारण उन्हें भारी नुकसान हुआ है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर ये रास्ता नहीं खोला गया तो वो आने वाले दिनों में शंभू बॉर्डर को चारों तरफ से जाम कर देंगे। इसके बाद पुलिस ने हस्तक्षेप कर मामले काे शांत किया।

स्थानीय लोगों के नाम पर भाजपा के गुंडे हैं : पंढेर
वहीं, किसान यूनियनों ने आरोप लगाया कि ये लोग किसानों की आड़ में रेत खनन माफिया हैं, जिन्होंने आंदोलन को बाधित करने की कोशिश की। हंगामे के बाद किसान मजदूर संघर्ष समिति के नेता सरवन सिंह पंढेर ने वीडियो जारी कर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि हम 13 फरवरी से दो मोर्चों पर आंदोलन कर रहे हैं। केंद्र सरकार ने रास्ते बंद कर रखे हैं, हम सरकार से कह रहे हैं कि रास्ते खोल दिए जाएं। जनता को, व्यापारियों को समस्याएं आ रही हैं। भाजपा के बड़े नेता बोलते रहे कि 2 जून के बाद आपको देखेंगे और अब उन्होंने किसानों को देख लिया है। स्थानीय लोगों के नाम पर जो भाजपा के गुंडे हैं, जो रेत माफिया के लोग हैं, उन्होंने आज शंभू बॉर्डर किसान आंदोलन पर हमला करने की कोशिश की है।

सरकार लाशें गिरती देखना चाहती है
पंढेर ने कहा कि शंभू बॉर्डर पर हमला करने की कोशिश की गई, जो नाकामयाब हो गई। भाजपा की साजिश सामने आ गई है। पंजाब के मुख्यमंत्री आपकी इंटेलीजेंस भी हमलावरों के साथ है। पंजाब पुलिस भी उनके साथ खड़ी है। आपको मालूम था तो आप सुरक्षा क्यों नहीं कर सके? उन्होंने कहा कि सरकार लाशें गिरती देखना चाहती है क्योंकि पंजाब के मुख्यमंत्री चुप बैठे हैं। उनका तो आपका फर्ज बनता था आंदोलन की सुरक्षा करना। किसान नेता ने कहा कि हम भाजपा के लोगों ने यह जो हमला किया, इसका मुंह तोड़ जवाब देंगे। पंजाब के किसान मज़दूर को आह्वान करते हैं कि अधिक से अधिक इन बॉर्डर पर पहुंचें।

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