मध्यप्रदेश

मोहन यादव ने योग दिवस के अवसर पर कहा- योग का अभ्यास करके व्यक्ति 100 साल तक बिना किसी परेशानी के जी सकता है

भोपाल
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने 10वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर शुक्रवार को कहा कि योग का अभ्यास करके व्यक्ति 100 साल तक बिना किसी परेशानी के जी सकता है। मुख्यमंत्री ने योग दिवस के अवसर पर राजधानी में आयोजित ‘राज्यस्तरीय योगाभ्यास’ कार्यक्रम का नेतृत्व किया और सामूहिक योगाभ्यास भी किया। ‘स्वयं और समाज के लिए योग’ विषय को केंद्रित कर पूरे प्रदेश में अतंरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया गया।

अपने संबोधन में उन्होंने सभी प्रदेशवासियों से प्रतिदिन योग करने और स्वस्थ रहने का आग्रह किया ताकि वे जीवन के समस्त लक्ष्यों को पूर्ण कर सकें। बारिश के चलते योग समारोह मुख्यमंत्री के सरकारी आवास स्थित सभागार में संपन्न हुआ। पहले इसका आयोजन लाल परेड मैदान में निर्धारित किया गया था। मुख्यमंत्री के साथ छात्रों, जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों ने भी योग किया।

मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘करीब 10 साल पहले आज ही के दिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पहल पर संयुक्त राष्ट्र और इसके अधिकांश सदस्यों ने प्राचीन भारतीय पद्धति योग को अपनाने का निर्णय लिया और ‘योग से निरोग’ का प्रस्ताव पारित किया गया। इस कदम के साथ ही भारतीय संस्कृति का परचम पूरे विश्व में लहराया।’’ इस मौके पर मोहन यादव ने मोटे अनाजों को बढ़ावा देने के लिए ‘श्री अन्न संवर्धन अभियान’ की शुरुआत भी की।

उन्होंने कहा कि भारत के लोग भाग्यशाली हैं कि ज्वार, बाजरा, नारियल-कुटकी और रागी जैसे अन्न उनके भोजन का प्रमुख हिस्सा रहे हैं। हालांकि, समय बीतने के साथ-साथ हमारे खान-पान में गेहूं को प्रयोग बढ़ गया। उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन मैं सभी को बताना चाहूंगा कि गेहूं की उत्पत्ति भारत में नहीं हुई है। यह विदेश से हमारे देश में आया है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘इसका एक उदाहरण यह है कि हमारी धार्मिक परंपराओं में, अनुष्ठान के लिए थाली में रोली और कुमकुम के साथ चावल का उपयोग किया जाता है और जहां चावल उपलब्ध नहीं है, वहां ज्वार या मक्का का उपयोग किया जाता है। लेकिन उस थाली में गेहूं को जगह नहीं मिलती।’’

मुख्यमंत्री ने कहा कि इसका मतलब यह है कि ‘श्री अन्न’ देश का प्राचीन खाद्यान्न है और हमारे धार्मिक अनुष्ठान केवल इसी से किए जा सकते हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने मोटे अनाजों को लोकप्रिय बनाने के लिए इन्हें ‘श्री अन्न’का नाम दिया है। मुख्यमंत्री ने बताया कि रानी दुर्गावती और रानी अवंती बाई को समर्पित जबलपुर में अपनी पहली कैबिनेट बैठक में उनकी सरकार ने ‘कोदो-कुटकी’ फसलों की खेती को प्रोत्साहन देने कि लिए 1,000 रुपये का बोनस देने का फैसला किया।

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने पहले ही योग आयोग और आनंद विभाग का गठन कर दिया है। उन्होंने कहा, ‘‘हमने लोगों के हित में इन संस्थाओं के काम को आगे बढ़ाने का फैसला किया है।’’ यादव ने कहा कि भाजपा की मौजूदा सरकार ने 11 नए आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज खोलने का निर्णय लिया है। योग का उल्लेख करते हुए यादव ने कहा कि इस प्राचीन भारतीय पद्धति को प्रोत्साहित करने के लिए सरकार ने इसे शैक्षणिक संस्थानों के पाठ्यक्रमों में शामिल किया है और योग शिक्षकों को अब उच्च शिक्षा विभाग में नियमित शिक्षकों के समान दर्जा दिया गया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने कोरोना महामारी के दौर में भी देखा कि किस तरह योग करने वाले लोगों को महामारी से कम परेशानी हुई। राज्य सरकार के मंत्रियों की उपस्थिति में जिला मुख्यालयों पर भी योग दिवस कार्यक्रम आयोजित किये गये।

 

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button