इंदौर से धार के बीच में अब सरपट दौड़ेंगी ट्रेनें, रेलवे ने मार्च 2025 का रखा है लक्ष्य
इंदौर
मध्य प्रदेश में इंदौर से धार के बीच जल्द ही अब ट्रेनें सरपट दौड़ेंगी। इस रूट पर पड़ने वाले टिहीटनल का काम जल्द ही पूरा होने वाला है। इंदौर-दाहोद रेल लाइन प्रोजेक्ट के बीच में तीन किमी लंबी टिही टनल है। इस टनल के निर्माण का काम लगभग पूरा हो गया है। अब सिर्फ 15 मीटर का काम ही बचा है। रेलवे की तरफ से कहा गया है कि जून के अंत में इस काम को पूरा कर लिया जाएगा। इसके साथ ही इंदौर से धार के बीच में ट्रेन चलने का रास्ता साफ हो जाएगा।
जल्द ही फिनिशिंग पर शुरू होगा काम
दरअसल, टिहीटनल में सिविल वर्क जून के अंत में पूरा हो जाएगा। इसके बाद फिनिशिंग वर्क शुरू होगा। फिनिशिंग पूरा होनेके बाद टनल के अंदर ट्रैक बिछाया जाएगा। ट्रैक बिछाने का काम जब पूरा हो जाएगा तो ट्रेनों का ट्रायल शुरू किया जाएगा। इन कामों के लिए रेलवे टेंडर की प्रक्रिया पूरी कर ली है। खुदाई संपन्न होने के बाद ही दूसरे काम शुरू हो जाएंगे।
टनल के आगे बिछ गए हैं ट्रैक
इंदौर-दहोद रेल प्रोजेक्ट रेलवे के लिए काफी महत्वपूर्ण हैं। टिही टनल के आगे के हिस्से में रेलवे ट्रैक बिछाने का काम पूरा गया है। इसमें टिही से पीथमपुर और पीथमपुर से गुनावद तक लाइन बिछ गया है। साथ ही अन्य काम भी पूरे हो गए हैं। वहीं, रेलवे ने टनल से लेकर धार तक के सभी कामों को पूरा करने का लक्ष्य मार्च 2025 तक रखा है। कोशिश होगी कि इसे जल्द ही पूरा कर लिया जाए।
ये है टिही टनल की खासियत
दरअसल, टिही टनल की कुल लंबाई 2897 मीटर है। इसमें अंडरग्राउंड 2696 मीटर है, जिसमें 2681 मीटर का काम पूरा हो गया है। अब सिर्फ 15 मीटर का काम बचा है। इसे जमीन के 20 मीटर नीचे बनाया जा रहा है। इसकी ऊंचाई आठ मीटर है। साथ ही चौड़ाई भी आठ मीटर है। इसके निर्माण के लिए 2017-18 में टेंडर हुए थे। काम शुरू होने के बाद कोविड में ब्रेक लग गया था। 3 जून 2023 को नए सिरे से काम शुरू हुआ था।
वहीं, रेलवे अधिकारियों का कहना है कि मार्च 2025 तक हम इंदौर से धार के बीच ट्रेन चलाने का लक्ष्य रखा है। गौरतलब है कि इंदौर दाहोद नई रेल लाइन को मंजूरी 2008 में मिली थी। बाद में इसमें टनल जुड़ा था। अभी इस प्रोजेक्ट की लागत 1680 करोड़ रुपए तक पहुंच गई है। वहीं, इंदौर से टिही के बीच करीब 21 किमी का काम पूरा हो गया है।