NEET पेपर लीक केस में बड़ा खुलासा आरोपी अनुराग यादव का कुबूलनामा सामने आया
नई दिल्ली
NEET पेपर लीक केस में बड़ा खुलासा हुआ है. अपराधी अनुराग यादव का कबूलनामा सामने आया है. उसने पुलिस के सामने दर्ज कराए बयान में कहा है कि जो प्रश्न पत्र लीक हुआ, वही परीक्षा में आया एवं 100 प्रतिशत वही सवाल परीक्षा में पूछे गए थे. मेरे पास ये प्रश्न पत्र एक दिन पहले ही आ गया था. अनुराग ने बताया था कि फूफा ने सेटिंग करवाई थी तथा उसे कोटा से पटना बुलवाया था. रात में हर प्रश्न का उत्तर रटवाया गया था. परीक्षा के पश्चात् पुलिस ने मुझे गिरफ्तार कर लिया था.
दरअसल, 4 जून को नीट परीक्षा का परिणाम आया तो पहली बार 67 ऐसे स्टूडेंट्स जो टॉपर बने एवं उन्हें 720 में से 720 अंक मिले. टॉपर्स की लिस्ट देखने के पश्चात् नीट परीक्षा में धांधली का मुद्दा उठाया गया. 13 जून को एनटीए ने फैसला लिया कि ग्रेस मार्क्स वाले छात्रों की परीक्षा दोबारा आयोजित कराई जाएगी, किन्तु अभी भी छात्रों का गुस्सा थमा नहीं है. बिहार एवं गुजरात से सामने आई पेपर लीक की खबरों से एनटीए की विश्वसनीयता एवं पारदर्शिता पर कई सवाल खड़े हो गए हैं, इसीलिए छात्र मामले में CBI जांच की मांग कर रहे हैं. धांधली के मामले में पटना एवं पंचमहल से कई गिरफ्तारियां हुई हैं. पटना में 13 लोग गिरफ्तार हुए हैं, जिनमें 4 छात्र सम्मिलित हैं. पुलिस छानबीन में पता चला कि पेपर लीक हुआ था तथा गैंग ने बच्चों को पास कराने के लिए लाखों रुपए वसूले थे. पंचमहल में भी छात्रों से लाखों रुपए वसूले गए तथा गैंग ने सही जवाब भरकर ऑसर शीट जमा की.
वही इस मामले में पुलिस की जांच पटना के जूनियर इंजीनियर सिकंदर प्रसाद यादवेंदु तक पहुंची. उससे पूछताछ की गई तो कई हैरान करने वाले खुलासे हुए. उसने बताया कि परीक्षा धांधली में उसकी भी संलिप्तता है तथा अपने भतीजे अनुराग यादव के लिए उसने गड़बड़ी में भूमिका निभाई है. पटना के शास्त्रीनगर थाना पुलिस ने अनुराग यादव से पूछताछ की तथा उसके इकबालिया बयान दर्ज किए हैं. अनुराग ने दावा किया है कि केंद्र पर परीक्षा के दिन वही पेपर मिला, जो एक दिन पहले ही उसे प्रदान करा दिया गया था. रातभर उसे हर प्रश्न रटवाया गया. 100 प्रतिशत वही सवाल पूछे गए थे.
अनुराग ने क्या बयान दर्ज करवाए हैं:-
''मेरा नाम अनुराग यादव (22 वर्ष) है. मैं परिदा थाना हसनपुर, जिला समस्तीपुर का रहने वाला हूं. मैं अपनी सफाई का बयान बिना भय या दबाव, बिना लोभ लालच के शास्त्रीनगर थाने में दरोगा तेज नारायण सिंह के समक्ष दे रहा हूं. मैं नीट की परीक्षा की तैयारी कोटा में एलेन कोचिंग सेंटर में रहकर कर रहा था. मेरे फूफा सिंकदर यादवेंदु नगर परिषद दानापुर में जूनियर इंजीनियर के पद पर कार्यरत हैं. मेरे फूफा द्वारा बताया गया कि 5 मई 2024 को नीट की परीक्षा है. कोटा से वापस आ जाओ. परीक्षा की सेटिंग हो चुकी है. मैं कोटा से वापस आ गया और मेरे फूफा ने 4 मई 2024 की रात्रि में अमित आनंद, नीतीश कुमार के पास मुझे छोड़ दिया. यहां पर नीट की परीक्षा का प्रश्न पत्र एवं उत्तर पुस्तिका दिया गया. रात्रि में पढ़वाया और रटवाया गया. मेरा सेंटर डीवाई पाटिल स्कूल में था. मै स्कूल में परीक्षा देने गया तो जो प्रश्न पत्र रटवाया गया थाा, वही प्रश्न सही- सही परीक्षा में मिल गया. परीक्षा के उपरांत अचानक पुलिस आई और मुझे पकड़ लिया. मैंने अपना अपराध स्वीकार किया. यही मेरा बयान है.''
यूजीसी नेट की परीक्षा रद्द
वहीं यूजीसी नेट 2024 परीक्षा में गड़बड़ी के कारण शिक्षा मंत्रालय ने परीक्षा को रद्द कर दिया है. साथ ही मामले की जांच सीबीआई को दी है. वहीं नीट यूजी पेपर लीक मामले में अनुराग के बयान के बाद परीक्षा रद्द होने की संभावना जताई जा रही है.